खेतों को सींचना सरकार की प्राथमिकता - Punjab Kesari
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खेतों को सींचना सरकार की प्राथमिकता

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लोहारू: पानी का समुचित प्रबंधन कर नहरों की टेल तक सूखे पड़े खेतों को सींचना सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। जिन नहरों में पिछले 25-30 सालों से पानी नहीं आया था, राजस्थान की सीमा के साथ लगती इन नहरों की टेल तक पानी पहुंचाने का सरकार ने जो काम किया, उसका उत्साह किसानों के चेहरों पर साफ दिखाई दे रहा है। लोहारू, (श्योराण): पानी का समुचित प्रबंधन कर नहरों की टेल तक सूखे पड़े खेतों को सींचना सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। जिन नहरों में पिछले 25-30 सालों से पानी नहीं आया था, राजस्थान की सीमा के साथ लगती इन नहरों की टेल तक पानी पहुंचाने का सरकार ने जो काम किया, उसका उत्साह किसानों के चेहरों पर साफ दिखाई दे रहा है।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज बहल, नांगल, पाजू, सिरसी, चहैड़ खुर्द, सोरड़ा कदीम, सोरड़ा जदीद में नहरों का अवलोकन के दौरान जनसमूह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि पानी तो पहले भी हरियाणा में जितना अब है, उतना ही उपलब्ध था, लेकिन पिछली सरकारों ने दक्षिणी हरियाणा के रेतीले इलाकों टेल तक पानी पहुंचाने की इच्छाशक्ति कभी नहीं जताई। वर्तमान सरकार ने इस समस्या पर गंभीरता से विचार किया और लोहारू डिवीजन की सौरा डिस्ट्रीब्यूट्री, नांगल पाजू माईनर, चहैड़ खुर्द माईनर की टेल तक पानी पानी पहुंचाने का प्रबंध किया। उन्होंन कहा कि प्रदेश में नहरों की 1300 टेल लगती हैं, इनमें 1200 से अधिक टेल पर पानी पहुंचाया जा चुका है। शेष जो टेल बची हैं, उनकी मरम्मत का काम पूरा करके वहां भी पानी की पूर्ति की जाएगी।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जेपी दलाल के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस काम में काफी रूचि दिखाई, जिसका सीधा लाभ इलाके के किसानों को मिला है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं और विपक्ष के बहकावे में न आएं। उन्होंने ग्रामीणों को पानी के सद्पयोग की की सलाह देते हुए कहा कि इस समय अधिकांश किसान फव्वारा सिस्टम से सिंचाई करते हैं, इसमें पानी व बिजली की खपत अधिक होती है। किसानों को टपका सिंचाई पद्धति का प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए जल्दी ही सरकार द्वारा इस क्षेत्र में सस्ती दरों पर ड्रिप इरीगेशन के लिए पाइप व अन्य सामान उपलब्ध करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र की ढ़ाणियो तक बिजली पहुंचाने के लिए सौलर पावर प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों की खाली पड़ी जमीनों पर भी सौर ऊर्जा के संयत्र स्थापित कर नलकूपों को सिंचाई कार्य के लिए बिजली की आपूर्ति दी जाएगी। सोलर पावर से ट्यूबवैल चलाएंगे तो बिजली की भारी बचत होगी और किसानों को जरूरत के अनुसार बिजली उपलब्ध होगी। उन्होंने ग्रामीणों से बिजली के बकाया बिलों को भरने की अपील करते हुए कहा कि किसी गांव में 20 प्रतिशत से कम लाइन लॉस होता है तो वहां 24 घंटे विद्युत आपूर्ति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय जो नहरों में पानी आया है, उसका किसान बावड़ी, कुंओं, तालाबों में भंडारण करें। इससे भूजल स्तर में सुधार आएगा। सरकार पंडित दीन दयाल उपाध्याय शताब्दी वर्ष में अन्तोदय योजना का पालन करते हुए गरीब व अंतिम छोर तक सुविधाएं पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने कहा कि एसवाईएल, हांसी बुटाना, लखवार, रेणूका बांध जैसी परियोजनाएं पूरी होने पर और भी नहरी पानी किसानों को दिया जाएगा।  भाजपा नेता जेपी दलाल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चौ. बंसीलाल के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री ने ही दक्षिणी हरियाणा के किसानों की सुध ली है और पिछले 25-30 सालों से सूखे पड़े इस क्षेत्र में पानी पहुंचाया है। भविष्य में इससे भी अधिक पानी पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे। इस मौके पर सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी, उपायुक्त अंशज सिंह, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया, भाजपा जिला प्रधान नंदराम धानिया, पशुधन विकास बोर्ड के चेयमैन ऋषि प्रकाश शर्मा, ताराचंद अग्रवाल, ओमप्रकाश मान, चेयरमैन सुशील केडिया, राजीव श्योराण, अनिल झाझडिया, नरेश केडिया, सरपंच गजान्नद अग्रवाल बहल, साधू राम पनिहार, सतवीर चैहड़, र, राजेंद्र नांगल, राजेंद्र चैहड़, वेदपाल हरियावास सहित इत्यादि उपस्थित थे।

(श्योराण)

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