चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम औद्योगिक इकाइयों के लिए बिजली के रेट कम करने का एलान किया है। अब इन इकाइयों को 4.75 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिलेगी, जबकि पहले इन इकाइयों को 6.65 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल भरना पड़ता था। इन इकाइयों को प्रति यूनिट 1.90 रुपये का लाभ मिल सकेगा। बिजली की दरों में कमी का लाभ 1 मई से लागू होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) के उत्तरी क्षेत्र के अध्यक्ष सचित जैन के नेतृत्व में मिलने आए प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान बिजली के दाम घटाने की घोषणा की।
20 किलोवाट तक बिजली का उपभोग करने वाली सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाइयों को बिजली की दरों में कमी का लाभ मिलेगा। हरियाणा में सूक्ष्म, लघु और मध्यम औद्योगिक इकाइयों की संख्या 1 लाख 24 हजार है। कई औद्योगिक इकाइयां ऐसी भी हैैं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं करा रखा है। दोनों दरों के अंतर की राशि सीधे डीबीटी के माध्यम से उद्योग विभाग द्वारा लाभपात्र एमएसएमई के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी। सीएम के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर और एचएसआइआइडीसी के प्रबंध निदेशक टीएल सत्यप्रकाश की मौजूदगी में प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को राज्य में औद्योगिक प्रगति के लिए कुछ सुझाव भी दिए।
सीआइआइ उत्तरी क्षेत्र के अध्यक्ष सचित जैन ने मुख्यमंत्री की घोषणा का स्वागत किया है। उद्योग और वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने बिजली की दरें कम करने के फैसले को राज्य सरकार का ऐतिहासिक एवं साहसिक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इस निर्णय से छोटी इकाइयों को बढ़ावा मिलेगा। उद्योग मंत्री के अनुसार रात में औद्योगिक इकाइयां संचालित करने वाले उद्योगपतियों को पहले ही सरकार सस्ती बिजली का तोहफा दे चुकी है।
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