फसल अवशेष के लिए कारगर कदम उठा रही सरकार : डा. हर्षवर्धन - Punjab Kesari
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फसल अवशेष के लिए कारगर कदम उठा रही सरकार : डा. हर्षवर्धन

डा. हर्षवर्धन ने कहा कि मुझे आज राव विरेन्द्र सिंह पूर्व कृषि मंत्री व मुख्यमंत्री की कर्मभूमि में

रेवाड़ी : केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि अधिकतर लोग कृषि पर ही निर्भर है। विशेषकर दक्षिण हरियाणा जमीन की जोत घट रही है तथा उपज भी घट रही है। सरसों का तेल विश्व में सबसे बेहतरीन है। घटती जोत को देखते हुए आधुनिक तरीके से खेती करनी चाहिए। प्रधानमंत्री किसानो की समस्याओं से अवगत है और उनका समाधान भी कर रहे है। केंद्रीय मंत्री शुक्रवार को रामपुरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में किसानों की आय दोगुनी करने हेतु आयोजित किसान-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे केंद्रीय मंत्री डा. हर्षवर्धन का स्वागत भी किया।

इस मौके पर दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने केंद्र परिसर में आयोजित कृषि उपकरण संबंधी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। समारोह को संबोधित करते हुए डा. हर्षवर्धन ने कहा कि मुझे आज राव विरेन्द्र सिंह पूर्व कृषि मंत्री व मुख्यमंत्री की कर्मभूमि में आने का मौका मिला है, मैं राव इन्द्रजीत का आभारी हूं। हरियाणा प्रभारी बीजेपी के नाते मैं संगठन के कार्यो से पहले भी यहां आता रहां हूं। रेवाडी राव तुलाराम की कर्म स्थली है जो वीरों की भूमि के नाम से जानी जाती है। रेजांगला के युद्ध में तमाम वीर शहीद दक्षिण हरियाणा के थे। मैं इस क्षेत्र के तमाम शहीदों को नमन करता हूं। मुझे पता चला है कृषि विज्ञान केन्द्र रामपुरा के माध्यम से किसान नई तकनीक सीखकर खेती कर रहे है। यहां पानी की कमी है फिर भी किसानों ने मेहनत कर अपनी खेतों की उपज को बढाया है।

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कृषि विज्ञान केन्द्र रामपुरा का देशभर में ए ग्रेड का है। किसी देश के विकास में किसान का योगदान बहुत महत्व रखता है। किसान देशवासियों का पेट भरता है तथा मेहनत की कमाई खाने वाला वर्ग है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने चार साल में सराहनीय कार्य किया है तथा किसानों की समस्याओं को बारीकी से जानते है और उनको हल करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे फसल अवशेष प्रबन्धन पर पूरा ध्यान दें। सरकार इसके लिए बहुत ही कारगर कदम उठा रही है। खेतों में पराली जलाने से न केवल पर्यावरण प्रदूषण होता है बल्कि भूमि की उर्वरा शक्ति भी कमजोर होती है। सरकार ने किसानों को उनकी फसल के उचित दाम देने के लिए समर्थन मूल्य में भारी बढोतरी की है। उन्होंने विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्री होने के नाते वैज्ञानिको से कहा कि वे पूरी लगन से देशवासियों के हित के लिए कार्य करें। इस मौके पर केंद्र प्रभारी डा. कपूर सिंह समेत स्टॉफ सदस्यों व आयोजकों ने केंद्रीय मंत्रियों का स्वागत किया।

– शशि सैनी

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