हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि जींद विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव 25 फरवरी से पहले होना है तथा इसे कराने का फैसला निर्वाचन आयोग को लेना है अलबत्ता उनकी सरकार इस चुनाव के लिये पूरी तरह तैयार है। मनोहर लाल खट्टर ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल पर यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जींद विधानसभा क्षेत्र से विधायक हरिचंद मिढडा का निधन गत 26 अगस्त हो हुआ था तथा यह सीट रिक्त होने के बारे में सरकार ने निर्वाचन आयोग को सूचित कर दिया है।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस सीट के लिये छह माह के भीतर उपचुनाव होना है और अब यह निर्वाचन आयोग पर निर्भर है कि वह कब चुनाव कराए। विधानसभा के कल होने वाले शीतकालीन सत्र की अवधि एक दिन रखे जाने जो लेकर विपक्षी दलों की बयानबाजी को लेकर सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्रावधि विपक्षी नेताओं के साथ चर्चा करके ही तय की गई है अब भले ही वे इससे मुकर जाएं।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वैसे भी शीतकालीन सत्र नियमित रूप से आयोजित करने की शुरूआत उनकी ही सरकार ने की है। गत 10-12 वर्षों में राज्य विधानसभा के केवल तीन शीतकालीन सत्र हुए हैं जिनमें से दो उनकी सरकार के दौरान हुये हैं। मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वैधानिक बाध्यताओं के अनुसार विधानसभा का सत्र हर छह माह के भीतर बुलाना अनिवार्य है। वैस तो इसे फरवरी में बजट सत्र के साथ भी बुलाया जा सकता था लेकिन कुछ महत्वपूर्ण विधेयक तथा कुछ विभागों के बजट के संशोधित अनुमान भी पारित करने जरूरी हैं।
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वर्ष 2005 से 2009 तक राज्य विधानसभा के कुल 12 सत्र बुलाए गए और 70 बैठकें हुई। इसी प्रकार वर्ष 2009 से 2014 तक 11 सत्र बुलाए गए जिनमें 56 बैठकें हुई। उनकी सरकार ने वर्ष 2015 से लेकर अब तक 12 सत्र बुलाए गए हैं और इनमें 71 बैठकें हुई हैं और अभी सरकार का लगभग एक वर्ष का कार्यकाल शेष है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और मीडिया सलाहकार, बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी. सी. गुप्ता, नव एवं नवीनीकरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी. के. महापात्रा, बिजली निगमों के चेयरमैन एवं प्रबन्ध निदेशक शत्रुजीत कपूर, सूचना, जनसम्पर्क विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरो तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।