पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार - Punjab Kesari
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पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

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भिवानी : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला में नक्सली हमले के दौरान शहीद हुए सहायक कमांडेंट गजेन्द्र सिंह का आज उनके पैतृक गांव खरक कला में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हरियाणा सरकार की ओर से विधायक बिशम्बर बाल्मिकी व जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम सतीश कुमार ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। गौरतलब है कि शहीद गजेन्द्र सिंह वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला के किलेनार क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल की 134वीं बटालियन में तैनात थे। गत सात मार्च को इस क्षेत्र में सर्च ऑप्रेशन के दौरान हुए नक्सली हमले में गोली लगने के कारण वीरगति को प्राप्त हुए। शुक्रवार को निकटवर्ती कलानौर कस्बे से हजारों मोटर-साईकिलों के काफिले के साथ उनके पार्थिव शरीर को गांव लाया गया तथा बड़ी संख्या में एकत्रित हुए क्षेत्रवासियों ने नम आखों से ‘शहीद गजेन्द्र सिंह अमर रहे’ ‘जब तक सूरज चांद रहेगा-गजेन्द्र सिंह तेरा नाम रहेगा’ के नारों के साथ अंतिम विदाई दी।

गजेन्द्र सिंह का जन्म सैनिक वाहुलय गांव खरक कला में मोती लाल व ओमपति के घर 31 अक्टुबर 1976 को हुआ था। गांव के राजकीय विद्यालय से दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी की तथा भिवानी के वैश्य कॉलेज से स्नातक की डिग्री पूरी करने के कुछ समय पश्चात ही दो नवबंर 1998 को गजेन्द्र सिंह बीएसएफ में एएसआई के पद पर भर्ती हुए थे। इसके बाद 2003 में गजेन्द्र सिंह का विवाह गुडियानी निवासी मोनिका के साथ हुआ। कुछ माह पहले ही उनके घर जुड़वा बेटियों का जन्म हुआ था। घर में चार भाई-बहनों के बीच सबसे छोटा होने की वजह से गजेन्द्र सिंह सबके चहेते थे। गजेन्द्र सिंह अपने पिछे दो बड़ी बहने, एक भाई, माता व पत्नी सहित दो बेटियां छोड़ गए हैं।

शहीद गजेन्द्र सिंह के पिता स्व. श्री मोती लाल सीआरपीएफ से सेवानिवृत्त थे। गजेन्द्र सिंह अपने पिता से प्ररेणा लेते हुए देश सेवा करने के लिए सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुए थे। बचपन से ही उनमें देश सेवा का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ था। इस दौरान शहीद के पार्थिव शरीर के साथ आए डीआईजी केएस गुंजयाल के नेतृत्व में आई बल की टुकड़ी ने मातमी धुन के साथ हवा में तीन राउंड फायर कर अपने अधिकारी को अंतिम सलामी दी।

हरियाणा पुलिस के जवानों की टुकड़ी ने भी हवा में गोलियां दाग कर शहीद को अंतिम विदाई दी। शहीद के चचेरे भाई मनोज ने चिता को मुखाग्नि दी। शहीद सहायक कमांडेंट गजेन्द्र सिंह की अत्येष्टी के अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह, नायब तहसीलदार नरेश कुमार, मीना परमार, जगदीश मित्ताथल, सुनील लांबा, मनमोहन भुरटाना, सुरेन्द्र परमार, संदीप खरकिया, कमल फौजी, डॉ. बृजपाल पप्पू, सरपंच दलेल सिंह, अनिल परमार, विकास व राजेश, राजकुमार शर्मा, आजाद सिंह रिवाड़ी खेड़ा, बिटटु शर्मा सहित बड़ी संख्यां में गांव खरक व आस-पास के गांव के लोग मौजूद थे।

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(दीपक खण्डेलवाल)

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