केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने दिल्ली की सीमा पर अपने आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार को हरियाणा में छह लेन वाले कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे को कुछ स्थानों पर बाधित किया। यह प्रदर्शन सुबह 11 बजे शुरू हुआ जो अपराह्न चार बजे तक चलेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने एक्सप्रेस-वे बाधित करने का आह्वान किया था। केएमपी एक्सप्रेस-वे 136 किलोमीटर लंबा है। भारतीय किसान यूनियन (दाकुंडा) के महासचिव जगमोहन सिंह ने कहा,‘‘ हम केएमपी को बाधित करेंगे लेकिन आपात सेवा में लगे वाहनों को जाने दिया जाएगा।’’
हरियाणा के सोनीपत जिले के किसानों ने अपने ट्रैक्टरों को केएमपी एक्सप्रेस-वे के बीचों-बीच खड़ा कर जाम लगा दिया।सोनीपत में एक प्रदर्शनकारी ने कहा,‘‘ तीनों कृषि कानूनों के वापस होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम पीछे नहीं हटेंगे।’’ किसानों ने पलवल जिले में भी प्रदर्शन किया।
केएमपी रोकने के लिए पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही थी। किसानों का कहना था कि शांतिपूर्ण ढंग से केएमपी को रोकने का अभियान चलाया जाएगा ताकि वे अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचा सकें। 11 बजते ही किसानों ने केएमपी को जाम कर दिया। इस दौरान पुलिस व्यवस्था संभालने में लगी हुई है। आंदोलनकारियों ने ट्रैक्टर ट्रॉली में ही स्टेज तैयार किया हुआ है। महिलाएं भी आंदोलन में जुटी हुई हैं।