करनाल : नगर निगम की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। आधा दर्जन से अधिक पार्षदों ने कई मुद्दो को लेकर तीखी बहस करते हुए जमकर हंगामा किया। पार्षदों ने वार्डबंदी से लेकर, विकास कार्यो, साईकिल स्टैंड, ई-टॉयलेट, हाईमास्क लाईटें के साथ-साथ ठेकेदार द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यो में बड़े घपले का आरोप लगा डाला। निगम के पार्षदों ने यहां तक कहा कि इन घोटालों की जांच होनी चाहिए। विकास कार्यो पर मोहर लगाने के लिए आज नगर निगम द्वारा बजट पेश किया जाना था। इस बैठक में निगम की आयुक्त डा. प्रियंका सोनी, मेयर रेनू बाला गुप्ता, सीनियर डिप्टी मेयर कृष्ण गर्ग तथा डिप्टी मेयर मनोज वधवा समेत तमाम वार्डो के पार्षद मौजूद थे।
सबसे पहले डिप्टी मेयर मनोज वधवा ने वार्डबंदी को लेकर सरकार और अधिकारियों पर तेज हमला करते हुए कहा कि यह वार्डबंदी जानबूझकर की गई है। वार्डबंदी में पार्षदों को नहीं बुलाया गया। इसके बाद कांग्रेसी नेता और निगम के पार्षद विनोद तितोरिया ने वार्डबंदी को पूरी तरह से गलत बताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की ही घेराबंदी कर डाली। उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाया कि यह वार्डबंदी जानबूझकर चेंज की गई है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि कुछ दिन पहले मुख्मयंत्री के ओ.एस.डी अमरेन्द्र सिंह ने उन्हें बुलाकर यह दबाव बनाया था कि वह भाजपा में शामिल हो जाएं और भाजपा की टिकट से निगम का चुनाव लड़े। लेकिन जब उन्होंने मना कर दिया तो उनका वार्ड चेंज कर दिया गया।
डिप्टी मेयर मनोज वधवा ने करनाल में साईकिल स्टैंड को एक बड़ा घपला बताते हुए इसका ठेका कैंसिल करने के साथ-साथ इस मामले की जांच करवाने की मांग उठाई। मनोज वधवा ने आरोप लगाया कि शहर में डेढ़ दर्जन से अधिक साईकिल स्टैंड बने हुए है। इस साईकिल स्टैंड का ठेका एक निजी कम्पनी को दिया गया था। जिसके लिए लाखों रुपए दिए गए थे। पहले एक स्टैंड पर एक दर्जन से अधिक साईकिले थी। लेकिन अब साईकिल स्टैंड पर एक या दो साईकिल नजर आती है। पहले सुरक्षा गार्ड भी तैनात थे। लेकिन अब वह भी हटा लिए गए है। साईकिल स्टैंड पर विज्ञापन के जरिए कम्पनी कमाई तो कर रही है। लेकिन साईकिलें नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि यह ठेका निगम के अधीन होता तो कमाई निगम को होती। लेकिन निजी कम्पनी ने एक बड़ा घोटाला किया है। इसीलिए यह ठेका रद्द होना चाहिए।
मनोज वधवा ने ई-टॉयलेट का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक तरफ सरकार स्वच्छता अभियान का पाठ पढ़ाा रही है।
वहीं दूसरी और सरकार द्वारा स्थापित किए गए ई-टॉयलेट पर ताले लगे हुए है। पार्षद बलविन्द्र सिंह ने भी ई-टॉयलेट का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक हजार दुकानों पर एक भी टॉयलेट नहीं है। इसके अलावा हाई-मॉस्क लाईटें बंद पड़ी है। लेकिन विनोद तितोरिया ने सी.एम को घेरते हुए न केवल ओ.एस.डी पर निशाना साधा बल्कि सी.एम द्वारा विकास कार्यो को लेकर किए जाने वाले उदघाटन और शिलान्यास पर भी सवालिया निशान लगा दिया। तितोरिया ने सीधे-सीधे कहा कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री के ही ओ.एस.डी ने बुलाकर दबाव बनाया था कि वह भाजपा में शामिल होकर भाजपा की टिकट पर निगम का चुनाव लड़ेे। लेकिन उन्होंने मना कर दिया तो उन्होंने परिणाम भुगतने की चेतावनी तक दे डाली।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।
– हरीश चावला