सिरसा : ऐलनाबाद से इनेलो विधायक चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार किसानों को ‘किसान जन-आंदोलन’ करने की लिए विवश कर रही है क्योंकि हिसार से ‘हरियाणा किसान मंच’ ने चेतावनी दी है कि अगर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए नहरी पानी की समस्या का हल नहीं किया तो उन्हें फिर से विवश होकर जन-आंदोलन करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से पानी की विकट समस्या के बावजूद भी सरकार ने कोई सशक्त कदम नहीं उठाए हैं क्योंकि विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा और जजपा ने किसानों को आश्वासन दिया था कि उनकी सरकार में भागीदारी होते ही प्रदेश की सभी नहरों में दो सप्ताह तक का नहरी पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।
इनेलो नेता ने बताया कि सरकार द्वारा नहरी पानी तो क्या उपलब्ध करवाना था, उल्टा धान की बिजाई के दौरान नहरों में जो बरसाती-मोघे लगाए हुए थे, वह भी गठबंधन सरकार ने बंद करवाने की बजाय किसानों द्वारा खुद के पैसों से लगवाई हुई पाइपें ही तुड़वा दी हैं और गठबंधन सरकार का यह कार्य उनकी किसान विरोधी नीति को भी दर्शाता है।उन्होंने बताया कि धमतान साहब-नहर में बुर्जी नम्बर- 35500 पर गांव सजूमा, कुराड़, खेड़ी लांबा और कोलेखां आदि में लगे तमाम मोघे सरकार ने बंद करवाकर भविष्य में धान की बिजाई न करने का संकेत दिया है।
उन्होंने बताया कि ये तमाम बरसाती-मोघे हर वर्ष धान की बिजाई के लिए जुलाई माह से लेकर सितंबर तक खोले जाते हैं। इसके बाद इन मोघों के आगे बनी पक्की हौदी में मिट्टी भर कर बंद किया जाता था ताकि अगली बार फिर इन्हें सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने बताया कि जहां सिंचाई के लिए पानी की किल्लत होती है, ये बरसाती- मोघे उन्हीं क्षेत्रों में लगाए जाते हैं ताकि किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी धान की फसल के लिए उपलब्ध करवाया जा सके।
इनेलो नेता ने अफसोस जताते हुए कहा कि गठबंधन सरकार ने इन मोघों की पाइपों को तुड़वाकर साबित कर दिया है कि अगली बार किसान धान की बिजाई ही न कर सकें। यूं तो गठबंधन सरकार किसान हितैषी होने के दावे वांगबुलंद कर रही है लेकिन किसान विरोधी फैसले लेने में भी पीछे नहीं है।