पानीपत : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चौ.छोटू राम ने ताउम्र कमेरे वर्ग के हितों के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने गरीबों व किसानों के हित में अनेकों समाज सुधार के कानून लागू करवाएं, जिससे किसानों को शोषण से मुक्ति मिली। इसलिए उन्हें किसानों का मसीहा कहा जाता हैं। चौ. छोटू राम को ही भाखड़ा बांध का जनक माना जाता हैं। उनके द्वारा किसानों के हित में किए गए कार्यों को कभी भूलाया नहीं जा सकता। उन्होंने ही किसानों को अपने हकों व अधिकारों के लिए संघर्ष करना सिखाया था। हमें आज ऐसे किसान मसीहा चौ. छोटूराम के पदचिन्हों पर चलते हुए किसानों के हकों की आवाज उठानी होगी। तभी किसान, मजदूर का भला हो सकता हैं।
चौ.भूपेंद्र सिंह हुड्डा चौ. छोटूराम की 137वीं जयंती पर किसान भवन में आयोजित जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। किसान भवन में पहुंचने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सबसे पहले चौ. छोटू राम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्वांजलि दी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने अपने मुख्यमंत्री काल में किसान भवन के डुप्लेक्स हाल के लिए दिए गए 21 लाख रूपये की लागत से बनाए गए हाल का उदघाटन भी किया। जयंती समारोह की अध्यक्षता भाकियू जिला प्रधान सुरेश दहिया ने की।
हुड्डा ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से आज किसान की हालत दयनीय हैं और जब तक देश के अन्नदाता को उसकी फसलों का पूरा भाव नहीं मिलता तब तक किसानों का भला नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सरकार के 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के मामले में कहा कि यह सब भाजपा की किसानों को गुमराह करने की चाल हैं। यदि भाजपा इतनी ही किसानों की सच्ची हितैषी हैं तो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने तो देशभर में लोकसभा चुनाव से पहले अनेकों जनसभाओं में किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने का वायदा किया था पर आज तक भी वह रिपोर्ट लागू क्यों नहीं की गई। इस मौके पर भाकियू के जिला महासचिव सतपाल राठी,रिसालु गांव की और से नरेश मिलक सरपंच और रिसालु के पूर्व सरपंच जयभगवान ने किसान भवन में एक-एक कमरा देने की घोषणा की।
हमारी मुख्य खबरों के लिए यहाँ क्लिक करें।