भाजपा ने स्वामीनाथन के मायने बदले: हुड्डा - Punjab Kesari
Girl in a jacket

भाजपा ने स्वामीनाथन के मायने बदले: हुड्डा

NULL

चरखी: दादरी चुनाव से पहले अर्धनग्न होकर छाती पीट पीट कर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की बात कहने वालों ने इसके मायने की बदल दिए हैं वो जनता को बहका कर खुद राज के स्वामी बन गए और नाथ किसानों के नाक में डाल दी। यह बात प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज यहां नई अनाज मंडी में राव दान सिंह के संयोजन में आयोजित किसान मजदूर पंचायत में जन सैलाब को संबोधित करते हुए कही। भारी भीड़ देख उत्साहित हुड्डा ने कहा कि आप इसी तरह सहयोग करते रहे और एकजुट रहे तो मेरा ये ऐलान है कि ना आपकी जमीन नीलाम होगीए ना ही जबरदस्ती फसल बीमा कटेगाए ना न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर खरीद होगी और किसान को उसकी फसल पर लागत का 50 प्रतिशत मुनाफा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा की आड़ में सरकार बीमा कम्पनीयों को मालामाल कर रही है पर ये मनमानी नहीं चलेगी। हकीकत ये है कि खेत में किसान ने कोई फसल बो रखी है पर बैंक का रिकॉर्ड कुछ ओर बोलता है ऐसे में किसान को फसल खराब होने पर कुछ नहीं मिल पाता। किसान सिर्फ लूटा जा रहा है जो सहन नहीं होगा। किसान अपनी मर्जी से बीमा राशि कटवाए। उन्होंने कहा कि इलाके के अधिकतर गांवों में कपास की फसल बर्बाद हो गई है सरकार तुरंत स्पेशल गिरदावरी करवा तीस हजार प्रति एकड मुआवजा दे। एसवाईएल का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि 1982 में कपूरी; पंजाब में कस्सी मारकर जिस नहर के निर्माण की शुरूआत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने की थी। आज उसे पूरा करने का समय आ गया है।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हरियाणा के पक्ष में आने के बाद केंद्र का दायित्व बनता है कि वो इसे पूरा करवाये। हमने मुख्यमंत्री खट्टर से कई बार कहा कि इस मुद्दे पर सभी दलों को राजनीति से उपर उठकर प्रधानमंत्री से मिलने का समय लें पर अभी तक उस तरफ एक कदम भी नहीं बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि सरसों की तरह बाजरे की खरीद भी न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम 1100 से 1150 रुपए प्रति क्विंटल हो रही है जबकि समर्थन मूल्य 1425 रुपए है। उन्होंने एमएसपी निर्धारण का फार्मूला बदलने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज बुढ़ापा पेंशन बढ़ी संख्या में काटी जा रही है जो सही नहीं है।

उन्होंने कहा कि भाजपा दमनकारी नीतियों पर उतर आई है जो उसके विरोध में बोलता है उसपर छापे मारकर खामोश करने की कोशिश की जा रही है पर हम उससे डरने वाले नहीं हैं। उनका मकसद सिर्फ जनता का ध्यान भटकाने से है। आज हरियाणा प्रदेश में करोड़ों के खनन घोटाले का खेल चल रहा है व सरकार में बैठे प्रभावशाली लोग मुफ्त में माल कूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने हरियाणा की बिजली के मामले आत्मनिर्भर बना दिया था पर आज हालात ये हैं कि बिजली सप्लाई घट रही है और छापों की संख्या बढ़ रही है।

(दीपक खंडेलवाल)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

19 + 7 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।