नई दिल्ली : भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ हरियाणा राज्य चुनाव लोकसभा चुनाव देखरेख समिति की बैठक खत्म हो गई।इसमें जिन मुद्दों पर चर्चा की गई उनमें पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने का विरोध कर रही कांग्रेस के बारे में जनता के बीच प्रचार करना है। सभी मोर्चों का अगले 1 माह में गठन कर देना है। सभी जिलों में कार्यालय बनाने का काम शुरू कर देना है। 10 विस्तार को पर एक पालक कोर कमेटी में से रहेगा। विभिन्न प्रकोष्ठ 5-5-कार्यक्रम गांवों में तय किए जाएं। विधायकों द्वारा दी गई सदस्यों की सूची सत्यापित की जाए ।
विधायकों और सांसदों को एक-एक हारी हुई सीट दी जाए। तहसील स्तर तक जन औषधि केंद्र खोले जाएं। मंत्री जिलों के प्रवास के दौरान कार्यकर्ताओं और अधिकारियों के बीच समन्वय बैठक कराएं। मंगल और बुधवार को क्या मंत्री हरियाणा सचिवालय में बैठकर लोगों की समस्याएं सुनते हैं? इस बाबत अमित शाह ने जानकारी ली। मंडल पदाधिकारियों की नियमित बैठक और उनका गांवों में प्रवास भी होना चाहिए। प्रत्येक विधानसभा के प्रत्येक बूथ को ग्रेड देना होगा कि वह भाजपा के लिए किस स्तर का है।
पिछले दो लोकसभा और विधानसभा के आंकड़े एकत्रित करने हैं ताकि विधानसभा क्षेत्रों का विश्लेषण किया जा सके। मंत्री जिलों में कोर समिति मंत्री और कोर समिति की सदस्य जिलों में मंडल स्तर की बैठकें अझिकारियों के साथ आयोजित करेंगे। ज्यादा से ज्यादा राजनीतिक यात्रा निकाली जाए। इन सभी मुद्दों पर 30 जून को दोबारा दिल्ली में एक बार फिर बैठक होगी।
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