डाक्टरों पर लापरवाही के आरोप - Punjab Kesari
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डाक्टरों पर लापरवाही के आरोप

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इंद्री: स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने व अव्यवस्थाओं के आरोप लगना आम बात है लेकिन विभाग इससे सबक नहीं ले रहा है। इंद्री में भी एक मामला सामने आया है। इंद्री के जैनपुर साधान गांव की महिला रजनी की डिलीवरी के कुछ घंटों बाद मौत हो गई। डिलीवरी के बाद महिला को इंद्री सीएचसी से करनाल रेफर किया गया था और करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज ने भी उसे चंडीगढ के लिए रेफर कर दिया। चंडीगढ़ के सेक्टर 32 स्थित गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। मृतका की शादी एक साल पहले ही हुई थी।

मृतका के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं वहीं दूसरी ओर विभाग के सीएमओ ने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल से चंडीगढ़ रेफर किए जाने को गलत बताया और मामले की जांच करने की बात कही। जैनपुर साधान के अनिल कुमार की पत्नी रजनी (22 ) गर्भवती थी और जच्चा बच्चा का इलाज भी सरकारी हस्पताल में चल रहा था। मृतका के परिजनों के अनुसार डाक्टरों ने डिलीवरी के लिए 31 दिसंबर की तारीख दी हुई थी। महिला को एक जनवरी की शाम को डिलीवरी के लिए सीएचसी में लाया गया। यहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। फिर डिलीवरी के बाद डाक्टरों ने रजनी को करनाल के लिए रेफर कर दिया और करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों ने उसे चंडीगढ के लिए रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज चंडीगढ में प्रवेश करने पर डाक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।

चंडीगढ़ में मृतका के पति अनिल कुमार, पिता सुरेंद्र, ससुर सुरेंद्र, भाई विकास, पूर्व सरपंच राजेश कुमार, रामशरण, रवि व विनोद आदि गए। मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि डाक्टरों की लापरवाही के कारण ही रजनी की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि एक जनवरी को जब महिला को दर्द होना शुरु हुआ तो उसे सीएचसी में ले गए। वहां उसे दाखिल कर लिया गया। चार तारीख की शाम को करीब साढे पांच बजे महिला की डिलीवरी हुई, यहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया। डिलीवरी के वक्त डाक्टरों ने बड़ी लापरवाही बरती और फिर उसे करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया।

मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों ने भी कुछ देर बाद उसे चंडीगढ के लिए रेफर कर दिया और वहां हस्पताल में प्रवेश करने पर रात करीब पौने दस बजे डाक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले डाक्टरों पर कार्रवाई होनी चाहिए। परिजनों ने कहा कि इंद्री पुलिस को मामले की सूचना दे दी है और पुलिस ने मृतका के परिजनों से बातचीत भी की और पुलिस जांच अधिकारी चंडीगढ पहुंच गए। सीएचसी के एस.एम.ओ. डा. दीपक कुमार से जब फोन पर पूछा गया कि डिलीवरी के बाद महिला रजनी को करनाल के लिए क्यों रेफर किया गया? तो उन्होंने कहा कि डिलीवरी के वक्त महिला का बीपी बढ गया था और उसे दौरा भी पड़ गया था, इसलिए उसे करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया था।

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– नरेन्द्र धूमसी

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