केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ अब मंत्रियों और विधायकों से घर-घर जाकर इस्तीफा मांगा जाएगा। किसानों के आंदोलन को आज 53वां दिन है। किसान संगठनों ने कृषि कानूनों को वापस नहीं लिए जाने तक धरने को खत्म करने से साफ़ इंकार कर दिया है, वहीं केंद्र सरकार भी कानूनों को वापस नहीं लेने को लेकर अडिग है।
इस मुद्दे पर आज भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट की ओर से यूनियन के जिलाध्यक्ष काला कनोह की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक के बाद ही कनोह ने कहा कि मंत्रियों से इस्तीफा मांगने की कड़ी में 21 जनवरी को राज्य मंत्री और उकलाना से जननायक जनता पार्टी (जजपा) विधायक अनूप धानक के कैमरी रोड हिसार स्थित आवास पर किसान पहुंचेंगे और और उनसे इस्तीफे की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि उसके बाद जिले के सभी सांसदों, विधायकों से इस्तीफा मांगा जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों पर पिछले 52 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का धरना कर रहे हैं। बीते दिनों में किसान संगठनों और सरकार के बीच हुई 9 वार्ताएं बेनतीजा रही।