मणिपुर के बाद अब हरियाणा के नूहं में अब हिंसा का प्रकोप दिख रहा है। जी हाँ 31 जुलाई के दिन हरियाणा के नूहं में एक जुलूस निकालने के दौरान हिंसा भड़क गयी थी। जिसके बाद आस-पास के क्षेत्रों में कर्फ्यू भी लगाया गया था। जहाँ अभी भी नूंह, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और झज्जर समेत कई जिलों में धारा-144 लगी हुई है। बता दें की मेवात और नूहं में सांप्रदायिक तनाव घटने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं। एक तरफ मणिपुर, हिंसा की आग में जल रहा है, तो वहीँ दूसरी और अब हरियाणा में भी लोगों के बीच बढ़ते तनाव को देखा जा सकता है।
अवैध कब्जो पर चलाए गए बुलडोज़र
2 अगस्त के दिन धर्मस्थलों को जलाने की कोशिश भी की गयी। और अब तावड़ू प्रशासन ने हरियाणा की भूमि पर अवैध कब्जो को हटाने के लिए बुलडोजर चलाया गया है। हालांकि इस मामले को नूहं में हो रही हिंसा से ही जोड़ा जा रहा है। लेकिन अधिकारियों ने इसको लेकर अभी तक कोई भी पुष्टि नहीं की है। बता दें की इन झुग्गियों को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थी। जिसको लेकर प्रशासन ने पहले ही इसे हटाने के लिए आदेश जारी कर दिया था।
जिला उपायुक्त प्रशांत पवार ने दिया था सख्त निर्देश
पुलिस ने महिला पुलिस बल सहित रैपिड एक्शन फोर्स के माध्यम से अवैध निर्माण घरों को बुलडोज़र से गिरा दिया। और कॉलोनियों को कब्ज़ा मुक्त बना दिया। बता दें की ये बुलडोज़र जिला उपायुक्त प्रशांत पवार के सख्त निर्देश पर चलाया गया। बता दें की इस अतिक्रमण पर बुलडोज़र कई महिलाएं विरोध कर ,लेकिन महिला बालों के सामने सबकुछ ठंडा पड़गया।