बिना चुनाव लड़े ही हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और आम आदमी पार्टी का गठबंधन टूट गया। जेजेपी के अध्यक्ष व हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला ने आज झज्जर और हिसार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कि हमारा आप से गठबंधन था ही कब। आप ने जीन्द उपचुनाव में हमें समर्थन दिया था और वह वहीं तक सीमित था, अगर हमारा गठबंधन होता तो मीडिया को हम इसकी जानकारी देते। वहीं दूसरी तरफ आपके हरियाणा अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने भी शनिवार देर शाम एक ट्वीट कर कहा थी कि आप और जेजेपी साथ-साथ नहीं चल सकते।
सूत्रों के अनुसार हरियाणा में टिकट बटबारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच आम सहमति नहीं बन पाई। आप के अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि जेजेपी हमें विधानसभा की 20 और लोकसभा की सिर्फ 2 सीट देना चाहती थी। ये फैसला हमें मंजूर नहीं। आप आदमी पार्टी हरियाणा में लोकसभा की 10 में से 5 तथा विधानसभा की 90 में से 45 सीटों पर चुनाव लड़ने की पेशकश कर रही थी।
सूत्रों के अनुसार दोनों ही दलों के बड़े नेता तो चाहते थे कि हरियाणा में मिलकर ही चुनाव लड़ा जाए, मगर जेजेपी के एक नेता ने दिल्ली लोकसभा की एक सीट भी मांग ली थी। बताया जाता है कि दिल्ली आप की अन्दरुनी राजनीति के चलते ये गठबंधन सिरे ही नहीं चढ़ पाया।
कांग्रेस से भी चली थी बातचीत…हरियाणा में आप और कांग्रेस के बीच भी गठबंधन की चर्चाएं चली थीं। मगर वह भी सिरे नहीं चढ़ पा रही। आम आदमी पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने स्वयं इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हां हमारी दिल्ली में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की इच्छा थी मगर जब बातचीत दिल्ली में ही नहीं बन पाई तो हरियाणा में वह कैसे संभव होता।
उधर सूत्रों से यह भी पता चला है कि हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी हाईकमान को स्पष्ट कर दिया था कि हमें हरियाणा में आम आदमी पार्टी से गठबंधन की कोई आवश्यकता ही नहीं है क्याेंकि पार्टी का जनाधार हरियाणा में मजबूत है और हर विधानसभा क्षेत्र में कई-कई टिकट के दावेदार हैं। ऐसी स्थिति में गठबंधन से नुक्सान की संभावना बढ़ जाएगी।