भिवाड़ी : गुरूवार की सुबह करीब 9 बजे फूलबाग चौक के निकट तेज गति से आतेपानी के टेंकर ने एक 12 साल की बच्ची को कुचल दिया, जिससे बच्ची की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, मौके पर मौजूद भीड़ ने टेंकर चालक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। रमेश पुत्र अख्तर निवासी बाल्मिकी बस्ती फूलबाग घटाल भिवाड़ी ने फूलबाग पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया कि मेंरी 12 वर्षीय बेटी बुलबुल पानी लाने के लिए सिर पर मटका लिए करीब के गणपति प्लाजा में जा रही थी, तभी रोड़ पार करते हुए तेज गति से आते पानी के टेंकर ने उसे कुचल दिया, उसके सिर में गंभीर चोट आने से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
इधर दुर्घटना के 2 घण्टे बीत जाने के बाद भी किसी प्रशासनिक अधिकारी व वरिष्ट पुलिस अधिकारी के मौके पर ना पहुचने से नाराज बाल्मिक बस्ती के लोगो में आक्रोश छा गया, और उन्होने विशेष रूप से महिलाओ ने फूलबाग चौक पर चक्का जाम कर दिया, इस पर वहां मौजूद पुलिस जाब्ता ने उनको खदेडऩे के लिए बल का प्रयोग करते हुए कु छ लोगो पर लाठिया भी बरसाई,परन्तु भीड़ को भगाने में कामयाब नही हो सके, आखिर में पुलिस उपाधीक्षक नेमीचंद ने मौके पर पंहुचकर बड़ी जद्दोजहद के पश्चात बिफ रती महिलाओ को शान्त किया व यातायात को सुचारू रूप से चालू करवाया। इसके पश्चात पुलिस ने सी.एच.सी. अस्पताल में मृतक बच्ची का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनो को सौंप दिया।
पानी की सप्लाई ना होना बना मासूम की दर्दनाक मौत का कारण : बाल्मिक बस्ती में पानी की सप्लाई नहीं होने के कारण बस्ती की महिला व बच्चियो को पानी के लिए व्यस्त रोड़ को पार करना पड़ता है जिससे रोजाना ऐसी दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। बस्ती के प्रधान लालाराम ने बताया कि हम नगर परिषद विभाग इसकी शिकायत कई मर्तबा कर चुके है परन्तु हमे हर बार ये आश्वासन देकर टाल देते है कि बहुत जल्द आपको पानी उपलब्ध करा दिया जायेगा। अगर नगर परिषद द्वारा समय रहते पानी उपलब्ध करा दिया होता तो उस मासूम की इस प्रकार अकाल मृत्यु ना हुई होती।
मुख्यमंत्री व जिला कलेक्टर को भेजा ज्ञापन : इस दर्दनाक घटना के बाद बाल्मिक बस्ती के लोगो ने मुख्यमंत्री एवं जिला कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन बाजरिये पुलिस उपाधीक्षक नेमीचंद को सौंपा जिसमें बाल्मिकी बस्ती में पानी की स्थाई व्यवस्था कराने व जब तक स्थाई व्यवस्था ना हो तब तक सुबह शाम पानी के टेंकर भिजवाये जावे,बाल्मिकी मंदिर के सामने व पुलिया के पास रोड़ पर गति रोधक बनवाये जावे व मृतक के परिजनो को 5 लाख रूपये की राशि मुआवजे के तौर पर की जावें।
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