World Education Summit 2025 में शिक्षा के नए तरीकों पर चर्चा - Punjab Kesari
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World Education Summit 2025 में शिक्षा के नए तरीकों पर चर्चा

AI से शिक्षा में बदलाव की संभावनाएं

दिल्ली के पार्क होटल में हुए वर्ल्ड एजुकेशन समिट 2025 में देश-विदेश से आए शिक्षाविदों ने शिक्षा के बदलते तरीकों, तकनीक के इस्तेमाल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया। सम्मानित होने वालों में एसआरएम यूनिवर्सिटी – एपी, जॉनसन ग्रामर स्कूल आईसीएसई और आईएससी , मल्लापुर, एडमिशनज्ञान एजुकेशन कंसल्टेंसी, इंटरनेशनल स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज फॉर विमेन, श्री सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, राठौड़्स आईएएस एकेडमी और श्री पी. वेंकटा रमेश सहित कई प्रतिष्ठित संस्थान और शिक्षा विशेषज्ञ शामिल रहे।

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इस मौके पर मुख्य अतिथियों के रूप में राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी, निलेश रोनिल कुमार (काउंसलर, फिजी हाई कमीशन) और मोहन सिंह बिष्ट (विधायक, दिल्ली विधानसभा) उपस्थित रहे।

इस दौरान एएनआई से बात करते हुए राज भूषण चौधरी ने कहा, “विकसित भारत को दुनिया की सच्चाई बनाने के लिए मोदी सरकार ने दूरदर्शिता के साथ अनेक ठोस कदम उठाए हैं। नई शिक्षा नीति और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों पर विशेष ज़ोर दिया गया है, जिससे युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके साथ ही छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने, महिला सशक्तिकरण, स्वच्छ भारत अभियान, जल जीवन मिशन और हर घर नल जैसी योजनाओं से देश के हर कोने में विकास की रोशनी पहुंच रही है। मोदी सरकार की सोच समावेशी है – ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’। यही नीति भारत को आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा रही है।”

सम्मेलन में शिक्षकों, प्राचार्यों और शिक्षा संस्थानों के प्रतिनिधियों ने मिलकर इस बात पर चर्चा की कि कैसे तकनीक और खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले समय में पढ़ाई-लिखाई के तरीकों को बदल सकता है। शिक्षाविदों ने बताया कि छात्रों को आज के समय के हिसाब से तैयार करना जरूरी है और इसके लिए शिक्षकों को भी नई तकनीकों की जानकारी होनी चाहिए।

कार्यक्रम में यह भी चर्चा हुई कि किस तरह से स्कूलों और कॉलेजों में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए नए तरीके अपनाए जा सकते हैं। साथ ही, शिक्षा में हो रहे बदलावों और नई शिक्षा नीति 2020 के असर पर भी विचार किया गया।

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