जैसे कि हम सब देख रहे हैं प्रकृति ने कहर ढ़ाया है। बहुत ही बरसात हो रही है। पूरे देश में तबाही का आलम है। सोशल मीडिया पर बहुत से लोग वीडियो अपलोड कर रहे हैं ताकि सब सचेत रहें। कई वीडियो तो बहुत ही भयानक हैं, जिसे देखकर दिल खराब हो जाता है। इसलिए मैं अपने सभी वरिष्ठ नागरिकों और सारे देश के वरिष्ठ नागरिकों को प्रार्थना करती हूं, 2 सप्ताह तक जब तक बरसात की भविष्यवाणी है तब तक बाहर न निकलें। अगर बहुत जरूरत है तो किसी को साथ लेकर निकलें। यहां तक कि सुबह जो लोग पार्क में सैर करते हैं, योग करते हैं, वो भी सम्भल कर जाएं या एक सप्ताह तो न ही जाएं, क्योंकि जमीन गीली होने के कारण पांव फिसल सकता है। कोशिश करें घर में ही टहलें।
आपके लिए आनलाइन प्रोग्राम चल रहा है, उसे देखिये, कमेंट्स करिये, मस्त रहिये, व्यस्त रहिये। मुझे मालूम है मौसम की वजह से आपका मन पकौड़े, खीर, मालपुये खाने का भी करेगा, परन्तु सब अपनी सेहत देखकर खाएं। इस मौसम में मुझे मालूम है आप सबका आम खाने का भी बहुत मन करता होगा, तो जिन्हें शूगर है वो तो बिल्कुल न खाएं। अगर बहुत दिल करता है तो अपने डाक्टर से पूछ कर खायें। अपनी दवाइयां समय से खायें। बाथरूम में नहाएं तो बैठकर नहायें, हो सके तो रबड़ के स्लीपर पहनें। बाथरूम में किसी सहारे को पकड़-पकड़ कर चलें, कोशिश करें कि आपका बाथरूम गीला न हो, सूखा हो। कपड़े भी बैठकर पहनें। बिजली के स्विच प्वाइंट को भी चप्पल पहनकर ऑन-ऑफ करें। अगर गर्म पानी से नहाने का दिल करता है तो पहले गीजर ऑन करके गर्म कर लें, परन्तु जब नहाने लगें तो गीजर को ऑफ करके नहाएं, क्योंकि बरसातों में करंट लगने का डर होता है। हो सके तो रबड़ की बाथरूम मैट्स अपने बाथरूम में लगाएं, जिससे आपकी बहुत सुरक्षा होगी। अगर आप शैम्पू या साबुन इस्तेमाल कर रहे हो तो ध्यान रखना बाथरूम में स्लिप न करे। क्योंकि इस उम्र में यह बातें ध्यान नहीं रखते तो बाथरूम में गिरने की दुर्घटनाएं होती हैं, परन्तु घबराने की जरूरत नहीं। अगर सावधानी से सब कुछ करोगे तो कुछ नहीं होगा। कोशिश करो अगर हो सके तो बाथरूम की चटखनी न लगाओ या घर के किसी व्यक्ति को बताकर नहाने जाओ या अगर आपके पास आपकी डोमैस्टिक हैल्पर है तो उसे बाथरूम के बाहर बिठा दो। बस सावधानी बरतो तो सब ठीक है। वैसे भी हमारे सभी वरिष्ठ नागरिक यंग हैं, अर्ल्ट हैं, एक्टिव हैं। उन्हें किसी बात की चिंता नहीं, क्योंकि आप अनुभवी लोग हैं। आप आने वाली पीढिय़ों के मार्गदर्शक हो। आप तो अपने आपको तो सम्भाल सकते हो, दूसरों को भी सम्भाल सकते हो। मुझे अपने सभी वरिष्ठ नागरिकों पर अभिमान है, क्योंकि यह किसी से कम नहीं और हर बात में कामयाब हैं।