विश्व शांति व देश के प्रति अगाध निष्ठा रखने वाले, निर्भीक विचारों का सम्पादन करने वाले श्रीअश्विनी कुमार चोपड़ा महान व्यक्तित्व ही नहीं अपितु देशभक्त मिशनरी भी थे। जिन्होंने देश की एकता अखंडता पर बलिदान होने वाले पूज्य दादा लाला जगत नारायण व कलम के सिपाही पिता श्री रमेश चन्द्र जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया।
उन्हीं के बहु आयामी व्यक्तित्व पर आधारित ‘एक शाम अश्विनी मिन्ना के नाम’
कार्यक्रम का सफल आयोजन गत् दिनों उनके 66वें जन्मोत्सव पर किया गया। कमानी आडिटोरियम नई दिल्ली में अश्विनी जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर आधारित पत्रकारिता, क्रिकेट तथा संगीत के क्षेत्र में सुप्रसिद्घ तीन प्रमुख हंस्तियों में आजतक की सर्वश्रेष्ठï पत्रकार चित्रा त्रिपाठी, क्रिकेटर यश ढुल तथा अश्विनी मिन्ना सिंगर अवार्ड विजेता गायिका खुशी गोस्वामी को क्रमश: एक-एक लाख के चैक, शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अश्विनी की स्मृति में आयोजित इस भव्य यादगार समारोह में जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा ने उनकी प्रेरक जीवनी का विमोचन किया। वहीं, इंडिया टीवी के प्रमुख सम्पादक रजत शर्मा, सांसद व सूफी गायक हंस राज हंस, मनोज तिवारी, संगीता जेटली, मृदुला प्रधान, बांसुरी स्वराज, विक्रमजीत साहनी, ज्योत्सना सूरी, वन्दना लूथरा, ऋतु धवन, स्वदेशी मंच से सतीश कुमार, सुनीता दहिया, आरएसएस के राम लाल जी, कुलभूषण आहूजा जी, प्रसिद्घ पत्रकार नलनी सिंह, कुमकुम चड्डा , राष्ट्र मंदिर के संस्थापक अजय भाई, आरती जयरथ, प्रभु चावला और दिल्ली डाक्टर्स तथा वकीलों सहित अश्विनी जी के सैंकड़ों शुभ चिन्तकों, मित्रों, सहयोगियों ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर इसे गौरवशाली बना दिया।
अश्विनी जी का जीवन हमेशा समाज कल्याण तथा देश की प्रगति के लिए प्रतिबद्घ रहा है। जब वे करनाल से सांसद बने, तब भी वे देश में व समाज हित अग्रणी रहे। विश्व में पहली बार उनकी याद में अश्विनी मिन्ना सिंगर अवार्ड का शानदार कम्पीटीशन रखा जिसमें दुबई, सिंगापुर, अमेरिका से भी उभरते संगीत प्रेमी बच्चों, युवाओं तथा वरिष्ठï नागरिकों ने भाग लेकर इसे अंतर्राष्ट्रीय कम्पीटीशन बना दिया।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम की सफलता में अश्विनी जी के शुभ चिंतकों, पंजाब केसरी के पाठकों व वरिष्ठï नागरिकों का योगदान रहा। मैं दिल से सभी सहयोगियों की आभारी हूं, जिनकी प्रेरणा व आशीर्वाद से यह गौरवशाली कार्यक्रम सफल रहा। हमारे काफी शाखाध्यक्ष और सदस्य भी पहुंचे उनका भी धन्यवाद, बहुत से मित्र वहां उपस्थित थे। उनका भी बहुत-बहुत धन्यवाद! हम इस तरह हर साल अश्विनी जी को याद करेंगे।