राजधानी दिल्ली में जय विहार का रहने वाले पहलवान नरेश सहरावत ने 2019 में 16 साल की नाबालिग लड़की को पहले अगवा कर उसका यौन उत्पीड़न किया था। जिसके बाद आरोपी पर अपहरण और पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। और वो फिर फरार हो गया था। अब दिल्ली पुलिस ने नजफगढ़ से सरावत को धरदबोचा है।
इस केस में पुलिस का क्या कहना है?
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,अगस्त 2019 में सहरावत और उसके संबंधी मंजीत के खिलाफ 16 वर्षीय लड़की के अपहरण के लिए मामला दर्ज किया गया था। प्राथमिकी में यौन उत्पीड़न की धाराएं भी जोड़ी गई थीं। मंजीत को 2019 में गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन सहरावत फरार था।जांच के दौरान गुप्त सूचना मिली और आरोपी के नजफगढ़ इलाके में होने का पता चला।विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रविंद्र सिंह यादव ने कहा कि छापेमारी की गई और भागते समय आरोपी को पकड़ लिया गया।पुलिस ने कहा कि सहरावत 2002 में एक स्थानीय अखाड़े में शामिल हुआ था। वह राष्ट्रीय स्तर पर कई कुश्ती प्रतियोगिताएं खेल चुका है। वह छत्रसाल स्टेडियम में अखाड़े में ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का साथी था।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 2005/2006 में सहरावत ने कुख्यात गैंगस्टर और कॉन्ट्रैक्ट किलर अमित के साथ हाथ मिलाया था।पुलिस ने बताया कि 2006 में उसने अपने साथियों अमित, सुरेंद्र उर्फ नीतू डाबोदा, संदीप, गुरबचन और अन्य के साथ मिलकर जय प्रकाश नामक व्यक्ति की हत्या की सुपारी ली और दिनदहाड़े उसकी हत्या कर दी।उन्होंने कहा कि हरियाणा के झज्जर में एक भीड़ भरी पंचायत में उसने जग्गे नामक व्यक्ति पर गोली चलाकर उसे मारने की कोशिश की थी।पुलिस ने कहा कि उसकी आपराधिक गतिविधियों और गैंगस्टर अमित, सुरेंद्र उर्फ नीतू डाबोदा, संदीप, गुरबचन और अन्य के साथ घनिष्ठ संबंधों को ध्यान में रखते हुए, नरेला पुलिस स्टेशन में 2009 में दर्ज महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया गया था।