2000 के नोटों को बंद करने के बाद आईबीआई ने तीन बैंको पर एक्शन लिया है । आरबीआई ने तीनों ही बैंको पर भारी जुर्माना लगाया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार 13 अक्टूबर को कहा है कि बजाज फाइनेंस, आरबीएल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने निर्देंशों का पालन नहीं करने के कारण इन पर जुर्माना लगाया गया है। आरबीआई ने बजाज फाइनेंस पर 8.50 लाख रुपये, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पर 1 करोड़ रुपये और आरबीएल बैंक पर 64 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पर क्यों लगा जुर्माना
आरबीआई का कहना है कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने कुछ निर्देशों का पालन नहीं किया है इसलिए जुर्माना लगाया गया है। बताया जा रहा है कि कुछ परियोजनाओं के लिए बैंक ने कॉरपोरेशन को टर्म लोन पास किया और इस मामले में बैंक ने प्रोजेक्ट के बारे में ज्यादा जांच पड़ताल नहीं की। उनका कहना है कि जिस प्रोजेक्ट के लिए फंड्स पास किये गए हैं उसको चेक नहीं किया गया था। इसमें आरबीआई की बनाई गई गाइडलाइंस का भी पालन नहीं किया गया जिसके बाद जुर्माना लगाया गया है।
आरबीएल पर इस वजह से लगा जुर्माना
आरबीएल बैंक पर जुर्माना लगाने की वजह के बारे में बात करें तो
आरबीएल बैंक मार्च को समाप्त होने वाले तीन फाइनेंशियल ईयर 31 मार्च 2018, 31 मार्च 2019 और 31 मार्च 2020 के लिए अपने शेयर होल्डर्स से फॉर्म B से डिक्लेरेशन नहीं ले पाया। जिसकी वजह से उसपर जुर्माना लगाया गया। इन 3 वित्तीय वर्ष के सितंबर के अंत तक अपने प्रमुख शेयरधारकों में से एक की ‘फिट और प्रॉपर’ स्टेटस को जारी रखने के संबंध में आरबीआई को सर्टिफिकेट नहीं दिया गया।
रिपोर्ट देरी से जमा करने पर भी लगा जुर्माना
इसलिए आरबीआई ने निर्देशों का पालन न करने और आरबीआई को रिपोर्ट देरी से सबमिट करने के कारण भारी जुर्माना लगाया गया है। वहीं एनबीएफसी में धोखाधड़ी की निगरानी से जुड़े निर्देशों का अनुपालन नहीं करने के लिए बजाज फाइनेंस लिमिटेड पर 8.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जिसके बाद इन तीनों बैंको को आईबीआई के पास जुर्माने की रकम जमा करनी पड़ेगी।