राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस और ओमीक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे है। केस में बढ़ोतरी को लेकर लोगों में चिंता का विषय बन गया है। राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 4 हजार से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है। इसके मद्देनजर दिल्ली में दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया। मंगलवार को हुई दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की मीटिंग यह फैसला लिया गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सभी सरकारी अधिकारी घर से काम करेंगे
उन्होंने बताया कि दिल्ली में आवश्यक सेवाओं के अलावा, सभी सरकारी अधिकारी घर से काम करेंगे। निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे।मीटिंग में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई है। बताया जा रहा है कि कुछ नए प्रतिबंधों का भी ऐलान किया जा सकता है।
डीडीएमए की क्रमवार प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के अनुसार, पांच दिन तक लगातार संक्रमण दर पांच प्रतिशत से अधिक रहने पर ‘रेड अलर्ट’ की घोषणा की जाती है, जिसके तहत पूर्ण कर्फ्यू लागू किया जाता है और राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतर आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ जाती हैं।
CM केजरीवाल कोरोना से संक्रमित
अद्यतन सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों के लिए निर्धारित 9,029 बिस्तरों (बेड) में से 420 यानी 4.65 प्रतिशत पर मरीज भर्ती हैं। इनमें से 124 मरीजों को ऑक्सीजन की मदद दी गई, जबकि कम से कम सात मरीज वेंटिलेटर पर हैं।कोरोना की रफ़्तार इतनी तेज है कि राज्य मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है। हाल ही में केजरीवाल ने अपनी पार्टी के प्रचार के लिए गोवा और पंजाब जैसे चुनावी राज्यों में कई दौरे किए हैं। इस दौरान वह कई बार बिना मास्क के ही नजर आए।