नई दिल्ली : अति सुरक्षित तिहाड़ जेल में बंद निर्भया के दरिंदों को अपनी मौत का डर अभी से सताने लगा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तिहाड़ जेल नंबर 4 में बंद निर्भया गैंगरेप के एक दोषी विनय शर्मा ने फांसी के डर से खाना-पीना छोड़ दिया है। विनय शर्मा की खुराक पिछले कुछ दिनों कम जरूर हुई थी, लेकिन शुक्रवार रात को उसने खाना नहीं खाया। उसे पूरा दिन और रात अपनी सेल में बेचैन होकर घूमते हुए देखा जाता है।
वहीं दूसरी तरफ जेल नंबर 2 में बंद पवन गुप्ता, मुकेश व अक्षय का भी खाने की खुराक कम हुई है। तिहाड़ के अधिकारी बताते हैं कि उनके वजन में काफी कमी आई है। ऐसे में कुछ दिनों से इन लोगों को अपनी मौत का डर सता रहा है। तिहाड़ सूत्रों की माने तो विनय शर्मा उसी दिन से जेल के अंदर खौफ में जी रहा है, जब उसने राष्ट्रपति के यहां अपनी भेजी गई दया याचिका वापस मांगने का फैसला लिया। इससे पहले दिल्ली सरकार और गृह मंत्रालय ने इसकी दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की थी।
फांसी के लिए 6 फंदे मंगवाने के पीछे ये है कारण…
तिहाड़ सूत्रों के मुताबिक आतंकवादी अफजल गुरु की मौत दूसरे फंदे पर लटकाने से हुई थी। सूत्र बताते हैं कि अफजल को जब फांसी पर लटकाया गया था तब उसका वजन करीब 91 किलो का था। जैसे ही उसे तय समय पर फांसी पर लटकाया गया तब पहला फंदा टूटकर नीचे गिर गया था।
बाद में अफजल को दूसरे फंदे से लटकाया गया, तब जाकर उसे मौत मिली। यही कारण है कि तिहाड़ प्रशासन फांसी के वक्त किसी प्रकार का रुकावट नहीं चाहता है। सूत्र बताते हैं कि निर्भया गैंग रेप के दोषियों को फांसी पर चढ़ाने के पहले ही तिहाड़ प्रशासन ने छह फंदे मंगवा लिए हैं।
नहीं था जल्लाद, फांसी देने के लिए लगी थी लाइन…
तिहाड़ जेल के सूत्र बताते हैं कि अफजल गुरु को जेल के अधिकारियों ने फांसी पर चढ़ाया था। उस समय तिहाड़ जेल के पास फांसी पर चढ़ाने के लिए कोई जल्लाद नहीं थे। ऐसे में अफजल को फांसी पर चढ़ाने के लिए उस समय वहां मौजूद अधिकारियों की लाइन लगी थी। अफजल के खिलाफ अधिकारियों में खासा गुस्सा देखा गया था। अंत में जेल नंबर तीन के शीर्ष तीन अधिकारियों ने मिलकर अफजल को फांसी दी थी।