नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी सरकार की पोल खोलने के लिए केंद्रीय मंत्री और दिल्ली प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल ने रविवार को सदर बाजार इलाके के दया बस्ती से ढोल आंदोलन की शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने बस्ती की खस्ताहाल के लिए आम आदमी पार्टी सरकार को जमकर लताड़ते हुए उसे झुग्गियों के विकास के मामले पर फेल करार दिया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि किसी को अगर नरक देखना है, तो वह दया बस्ती की झुग्गी-झोपडि़यों में जाकर देख सकता है। यहां सीवर ओवरफ्लो कर रहा है, पीडब्ल्यूडी के नाले बजबजा रहे हैं, उनकी गाद सड़कों पर पसरी हुई है। मुख्यमंत्री बिजली और पानी के रेट को लेकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, जबकि इन लोगों को पानी तो टैंकर या हैंडपंप से मिलता था, जिसका कोई बिल नहीं आता था।
अब इन्हें बड़ा बिल देना पड़ता है। बच्चे बता रहे हैं कि स्कूलों में कोई भी सुविधा नहीं है। मोहल्ला क्लीनिक का कोई अता-पता ही नहीं है। गलियां इतनी संकरी हैं कि कोई दुर्घटना हो जाए तो यहां से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाएगा। दिल्ली सरकार की नाकामियों की वजह से झुग्गीयों में नशा, जुआ, शराब और ड्रग्स का चलन बढ़ रहा है।
झुग्गियों को बचाने के लिए आंदोलन
कौन सही, कौन गलत एक तरफ जहां विजय गोयल झुग्गियों को बचाने के लिए ढोल आंदोलन कर रहे हैं, प्रदेश अध्यक्ष झुग्गियों में प्रवास कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा की नई टीवी पैनलिस्ट निगहत अब्बास ने आम आदमी पार्टी के विधायक को कोसने के चक्कर में झुग्गियों को उजाड़ने का समर्थन कर पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आम आदमी पार्टी को सरकार की मशीनरी पर विश्वास नहीं है। इसी विचारधारा की वजह से वे उपद्रव कर रहे हैं और दिल्ली के एक विधायक ने बिना अनुमति के सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को हटाए जाने का विरोध किया। बता दें कि शनिवार को आम आदमी पार्टी के विधायक मदनलाल ने कोटला क्षेत्र में झुग्गियों को हटाए जाने का विरोध किया था।