त्रिपुरा सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसदों ने गृह मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन किया। त्रिपुरा में पुलिस की कथित बर्बरता को लेकर टीएमसी सांसदों का प्रतनिधिमंडल केंद्रीय गहमंत्री अमित शाह से मिलना चाहता है और इसके लिए समय भी मांगा है।
डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदु शेखर रॉय, शांतनु सेन, डोला सेन सहित टीएमसी के 16 सांसद दिल्ली पहुंचे है। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि ‘गृह मंत्री जी। टीएमसी पर क्रूर हमले हुए। यहां तक कि मीडिया के सदस्यों को भी पीटा गया। अभूतपूर्व हमले हुए। झूठे आरोप में गिरफ्तारियां हुईं। तृणमूल के 16 सांसद दिल्ली पहुंच चुके हैं। महोदय, कृपया हमें आज सुबह का समय दें। हम धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं।’
पार्टी सांसद सौगत राय ने कहा कि त्रिपुरा में हुई घटना लोकतंत्र पर हमला है। हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात का वक़्त मांगा है लेकिन अभी समय हमें नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी आ रही हैं वे कई विरोधी नेताओं के साथ मुलाक़ात करेंगी।
हत्या के प्रयास के आरोप में सायानी घोष गिरफ्तार
बता दें कि त्रिपुरा पुलिस ने रविवार को टीएमसी नेता सायानी घोष को हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया है। घोष पर शनिवार रात को मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देब की एक नुक्कड़ सभा के दौरान उन्हें धमकी देने का आरोप है। घोष ने बैठक स्थल पर पहुंचकर कथित तौर पर ‘खेला होबे’ के नारे लगाकर सभा को बाधित किया।
टीएमसी की पश्चिम बंगाल इकाई की युवा शाखा की सचिव सायानी घोष को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी के दौरे से 24 घंटे पहले हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार किया गया। घोष को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। पुलिस ने बताया कि घोष ने बैठक स्थल पर पहुंचकर कथित तौर पर ‘खेला होबे’ के नारे लगाकर सभा को बाधित किया।