नई दिल्ली : निगम के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण दिल्ली वालों की जान पर बन आई। गत शुक्रवार को कुछ सफाईकर्मियों ने अपनी मांगे मनवाने के लिए दिल्ली की सड़कों पर कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया था। रोहिणी के सेक्टर-3 में अवंतिका चौक के पास सड़कों पर भी सफाईकर्मियों ने कूड़ा फैला दिया। संतगिरी स्कूल के पास उनकी यह हरकत आम लोगों के लिए जान पर बन आई। कूड़े में फलों के छिलके, मांस के टुकड़े आदि सब कुछ थे, जिस पर गाड़ियां फिसने लगी। दर्जनों दो पहिया वाहन फिसलते रहे।
पीछे आने वाली गाड़ियां कभी भी उन्हें रौंद सकती थीं। वहीं थोड़ी दूरी पर शिविर लगाए आर्ट क्रिएशन कल्चरल सोसाइटी के सदस्यों ने यह देखा तो आनन-फानन में उन्होंने लोगों को सचेत किया, कूड़े को सड़क से हटाने का काम किया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इस कूड़े के गिरने के लगभग 1 घंटे के भीतर भीतर वहां लगातार 20 घटनाएं घट गई।
लगातार हादसे होते देख इस एनजीओ के सदस्यों ने उन घायल लोगों की सहायता की और जब मौत का ये खेल लगातार चलता रहा तब एनजीओ के सदस्यों ने कई बार पुलिस को कॉल किया। पुलिस के समय पर नहीं पहुंचने पर खुद एनजीओ के सदस्यों ने वहां का सारा कूड़ा खुद सड़क पर से हटाया और पूरी सड़क को साफ किया। बाद में फायर बिग्रेड को बुला कर पूरी सड़क धुलवाई गई। तब जा कर यह घटनाओं का सिलसिला रुक पाया।
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