दिल्ली सरकार के दावे पर टैक्सी यूनियन बोली - 40 हजार ऑटो चालकों के पिछली बार के पैसे नहीं मिले - Punjab Kesari
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दिल्ली सरकार के दावे पर टैक्सी यूनियन बोली – 40 हजार ऑटो चालकों के पिछली बार के पैसे नहीं मिले

दिल्ली सरकार ने ऑटो-टैक्सी चालकों के खाते में पैसा डालना शुरू कर दिए हैं। लेकिन दिल्ली प्रदेश टैक्सी

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सरकार ने एहतियात के तौर पर कई पाबंदियां लगाई, जिसका असर कई वर्ग के लोगों पर पड़ा, जिनमें से एक ऑटो-टैक्सी ड्राइवर भी हैं। दिल्ली सरकार ने इन सभी चालकों के खाते में पैसा डालना शुरू कर दिए हैं। लेकिन दिल्ली प्रदेश टैक्सी यूनियन के अनुसार सरकार ने पिछली बार के पैसे ऑटो चालकों को नहीं दिए हैं।
दिल्ली में ऑटो चालकों की मदद के लिए केजरीवाल सरकार आगे आई, सरकार सीधे चालकों के खाते में सहायता राशि दे रही है। इसकी जानकारी सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में दी। उन्होंने लिखा, दिल्ली में ऑटो-टैक्सी के ड्राइवर को आज से उनके खातों में 5000 रुपए की सहायता राशि मिलनी शुरू हो चुकी है, आज शाम तक 1,51,000 खातों में ये रकम पहुंच जाएगी।
इस मसले पर हमने दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ एवं दिल्ली प्रदेश टैक्सी यूनियन के महामंत्री राजेन्द्र सोनी से बात की उन्होंने आईएएनएस को बताया कि, “खातों में पैसे आ रहे हैं, लेकिन हम सरकार से ये कहना चाहते हैं कि करीब 40 हजार ऑटो चालकों के पिछली बार लगे लॉकडाउन के पैसे आना रह गए हैं। क्योंकि चालक के नाम में स्पेलिंग गलत थी, वहीं किसी के आधार कार्ड में नाम में गलती थी।
मैंने सरकार को इन सभी चालकों की मदद करने को लेकर चिट्ठी लिखी थी जिसका जवाब भी आया था।”राजेन्द्र सोनी के अनुसार, सरकार को हल्के माल वाहक चालकों को भी पैसा देना चाहिए, सरकार भेदभाव की राजनीति कर रही है। सरकार यदि इनको पैसा नहीं देती तो इनको राशन दे। दूसरी तरफ पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 1,568 नए कोरोना केस सामने आए हैं, वहीं संक्रमण की वजह से 156 लोगों की मौत हो गई है।

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