लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक दल जोर-शोर से अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। चुनावी अखाड़े में नेता अपनी पार्टी के काम गिनाते हुए एक-दूसरे पर हमलावर हैं। चुनावों की उल्टी गिनती शुरू होते ही देश की राजधानी दिल्ली के माहौल में भी सरगर्मी काफी बढ़ गई है। आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के गठबंधन की चर्चाओं सहित कई और मुद्दों को लेकर यहां का चुनावी मुकाबला दिन-प्रतिदिन काफी रोचक होता जा रहा है। गठबंधन सहित ऐसे ही कई चुनावी मुद्दों को लेकर आप और कांग्रेस पर हमलावर होते हुए नगर निगम में भाजपा के दिग्गज नेता रहे सुभाष आर्या ने कहा कि चोर-चोर मौसेरे भाई वाली कहावत दोनों पर फिट होती है। दोनों पार्टियां कितना भी मिल जाएं, लेकिन जीत तो भाजपा की ही होगी।
प्रश्न : दिल्ली में आप-कांग्रेेस के गठबंधन को लेकर आप क्या सोचते हैं?
उत्तर : कांग्रेस और आप का गठबंधन चोर-चोर मौसेरे भाई जैसी बात है। दोनों मिल कर कुछ भी कर लेंगे जितेगी भाजपा ही। जब आप वाले चुनाव लड़ रहे थे तो इल्जाम लगा था कि यदि इनका बहुमत नहीं आया तो आप और कांग्रेसी मिल जाएंगे और वही बात हुई, कांग्रेसी मिले कुछ दिन राज किया और फिर तोड़ दिया। तब आप ने कहा कि यदि हम सत्ता में आये तो शीला दीक्षित को अरेस्ट कराएंगे, जेल भेजेगें और अब उनसे गठबंधन करने जा रहे हैं।
अपने बच्चों की कसम खाने वाले अरविंद केजरीवाल आज दबकर-झुककर, बार-बार समझौता करके और मीडिया में बयान देकर आज उनसे समझौता करना चाहते हैं। दिल्ली की जनता जानती है, जिसने साढ़े चार साल काम नहीं किया और अंतिम समय में आकर वो क्या जताना चाहते हैं। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है तो दिल्ली के पूर्णराज्य का मुद्दा लिए घूम रहे हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि संविधान के तहत यह संभव नहीं है। इन चुनावों में दिल्ली की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
प्रश्न : यदि गठबंधन होता है तो भाजपा की क्या स्थिति होगी ?
उत्तर : दिल्ली की जनता यह तय कर चुकी है कि मोदी को दोबारा सरकार में लाना है। इसीलिए जब आम आदमी के मन में यह तय है तो आम आदमी का हाथ चलेगा तो कमल पर ही चलेगा। वैसे भी दिल्ली में भाजपा बहुत मजबूत स्थिति में है। सभी सातों सीटों पर हम जीत रहे हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है।
प्रश्न : क्या भाजपा आप-कांग्रेस के गठबंधन से डरी हुई है?
उत्तर : यहां डरने वाली कोई बात ही नहीं है। डरे हुए तो वो लोग हैं। अगर ऐसी होता तो हम निश्चित तौर पर अपने कार्यकर्ताओं से अलग तरीके बात करते। हमारे पंच परमेश्वर बन चुके, संगठन के अंदर सेन्टर के प्रमुख बन चुके हैं। विस्तारक तय हो चुके, सब अपने-अपने काम में लगे हुए हैं। हमारी जितनी भी योजनाएं हैं हम किसी भी काम से पीछे नहीं हटने वाले। कौन-कौन मेयर एवं डिप्टी मेयर बनेंगे आने वाले चुनावों से यह भी स्पष्ट हो जाएगा। इससे दिल्ली की जनता को संदेश जाएगा कि हम अपना कोई भी काम पेंडिंग नहीं छोड़ते। आप और कांग्रेस मिल भी जाएं तो भी भाजपा की जीत निश्चित होगी।
प्रश्न : चिदम्बरम पर जूता उछालने वाले आप पार्टी में गए व सिखों का साथ मिला लेकिन अब आप-कांग्रेस के साथ जा रही है आप इसे कैसे देखते हैं?
उत्तर : जरनैल सिंह नाम है उनका, मेरी ही सीट से चुनाव लड़े थे और आप पार्टी ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जिन्होंने देश के सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले व्यक्ति के उपर जूता फेंक दिया था। लेकिन अब माहौल पूरी तरह से बदल चुका है। दिल्ली की जनता अब सब कुछ जान चुकी है। इस बार के चुनाव में जनता उनको सब कुछ बता देगी।
प्रश्न : केजरीवाल कहते थे कि मैं बहुत काम करने वाला था लेकिन मोदी जी और एलजी ने मुझे काम नहीं करने दिया?
उत्तर : 2015 से आप सत्ता में आई थी, अब इन्हें चार साल हो गये हैं। शुरू के तीन वर्ष ये एलजी को कोसते रहे, अखबार इनकी खबरों से भरे होते थे। जब केन्द्र के चुनाव को छह महीने रहे गये तो नया शिगूफा छोड़ दिया, वो भी तब छोड़ा जब सुप्रीम कोर्ट में हार गए। सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया कि आपकी ताकतें सीमित हैं। यही चुनाव के दौरान आपने शपथ ली थी कि मैं संविधान से बंधा हुआ हूं। इस मतलब स्पष्ट है कि दिल्ली केन्द्र शासित प्रदेश है। इसमें कोई और ताकत सम्मलित नहीं हो सकती।
प्रश्न : आप किस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं?
उत्तर : हमने विकास का इतना काम किया है कि अगर आप आकर देखें तो आपको पता चल जाएगा कि हमारे तीन साल पुराने एवं दो साल नये पार्षदों ने कितना काम किया है। कई गुणा गति के साथ काम हुआ है। हमारे सांसदों ने भी बहुत सारा काम किया है। खासकर दक्षिणी दिल्ली में इतना काम किया है कि कोई कर नहीं सकता।