कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल के निलंबन और हिंडनबर्ग-अडानी विवाद में जेपीसी जांच की मांग को लेकर विपक्ष के लगातार हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को 13 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सदन को स्थगित करते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, जानबूझकर अड़ंगा लगाया गया है और यह सदन चलाने का तरीका नहीं है, हम पहले ही काफी समय बर्बाद कर चुके हैं। बता दें सदन के दौरान विपक्षी पार्टियों ने अडानी मोदी भाई- भाई के नाम से जोरदार नारेबाजी की गई थी, जिसके बाद सदन की कार्रवाई को बीच में ही स्थागित करना पड़ा।
पीयूष गोयल ने विपक्षी दलों पर उठाए सवाल
सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्ष सदन के कामकाज में अड़ंगा लगा रहा है। इससे पहले दिन में राज्यसभा सभापति धनखड़ मल्लिकार्जुन खड़गे की इस टिप्पणी से नाराज हो गए कि सरकार कुर्सी पर दबाव बना रही है। खड़गे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल के निलंबन और अध्यक्ष द्वारा उनके भाषण के हिस्से को समाप्त करने के बारे में बोल रहे थे।
दिल्ली के राज्यपाल ने क्या दी प्रतिक्रिया
धनखड़ ने कहा, एलओपी, आपने इतने शब्दों में संकेत दिया है कि अध्यक्ष दबाव में काम कर रहा है। ये शब्द हटा दिए गए हैं। आप सदन के पटल पर बने रहने के अपने अधिकार को खो रहे हैं, हर बार जब आप कह रहे हैं कि सभापति दबाव में काम कर रहे हैं।