थप्पड़ कांड के बाद से सीएम अरविंद केजरीवाल और मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के बीच तनाव कम होता नजर नहीं आ रहा है। वही आप पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाते हुए तीस हजारी कोर्ट का रुख किया है। AAP नेताओं ने सचिवालय में मंत्री इमरान हुसैन से मारपीट को साजिश बताया है। अब आप पार्टी कोर्ट से मुख्य सचिव , उप राज्यपाल, पुलिस कमिश्नर और आईएएस एसोसिएशन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग करने वाली है।
AAP प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज का आरोप है कि उस रात मुख्यमंत्री आवास पर मीटिंग के बाद मुख्य सचिव सीधे उप राज्यपाल (LG) के घर गए, जहां डीसीपी मौजूद थे, लेकिन फिर भी FIR दर्ज नहीं हुई। इसके बाद अगले दिन उप राज्यपाल के घर पर षड्यंत्र रचा गया। मुख्य सचिव के कहने पर IAS एसोसिएशन ने मीटिंग बुलाई और अफसरों को भड़काया। साथ ही मंत्री को मारने के लिए उकसाया गया। उन्होंने कहा कि मीटिंग के बाद अफसरों ने मंत्री को पीटा, जिसके सबूत भी मौजूद हैं। आप पार्टी का सवाल है कि क्या मुख्य सचिव और IAS एसोसिएशन के पदाधिकारियों के खिलाफ आपराधिक साजिश का मामला नहीं बनता? मंत्री की पिटाई के मामले में पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
दिल्ली पुलिस उप राज्यपाल के नियंत्रण में है। क्या LG का अफसरों को बचाना, इस ओर इशारा नहीं करता कि वो भी षड्यंत्र में शामिल हैं?फिलहाल दिल्ली सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के बीच खींचतान का अंत नजर नहीं आ रहा है। आप ने आईएएस एसोसिएशन से पूछा है कि क्या वो अधिकारियों व मंत्रियों की बैठक को लाइव करने और इससे जुड़ी जानकारियों को वेबसाइट पर डालने पर सहमत है या नहीं?
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