शिक्षक दिवस के शुभ उपलक्ष्य पर राजधानी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने औपचारिक तौर से आज के दिन यानि रविवार को स्पष्ट किया कि स्कूलों के शिक्षक अपने कर्तव्य को ध्यान में रखते हुए बच्चों को गहन चिंतन से छात्र-छात्राओं को पढ़ाते है और बढ़ते हुए भारत की नई नींव में यह विकसित छात्र अपना पूर्ण सहयोग दे पाएंगे। हालांकि, शिक्षक अपने प्रयासों से लाखों बच्चों के उच्च जीवन में पूर्णत लगातार सुधार करते जा रहै हैं।
उपमुख्यमंत्री सिसोदिया शिक्षक दिवस पर बोले….
शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिसोदिया ने यह बात कही। उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को दिल्ली शिक्षा क्रांति का ध्वजवाहक करार दिया है।दिल्ली के शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने कहा, न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश को हमारे स्कूल के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों के काम पर गर्व है। वे ही हैं जो शिक्षा नीतियों को जमीनी स्तर पर लागू करना सुनिश्चित करते हैं और प्रत्येक बच्चा उनके द्वारा सकारात्मक रूप से प्रभावित होता है।उन्होंने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों का विकास उनके प्रधानाचार्यों के प्रयासों से संभव हुआ है।सिसोदिया ने कहा, स्कूल के प्रधानाचार्यों ने पिछले सात वर्षों के दौरान नवीन विचारों को बढ़ावा देकर, शिक्षकों और बच्चों को बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करके, शिक्षक-छात्र समुदाय के बीच बेहतर संबंध स्थापित करके और सीखने के लिए अनुकूल माहौल बनाकर दिल्ली सरकार के स्कूलों को आगे बढ़ाने और आधुनिक बनाने में अहम योगदान दिया है।