नई दिल्ली : 1984 सिख कत्लेआम पर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के विवादित बयान से पूरी सिख कौम रोष में है। पित्रोदा के खिलाफ अब सिख सड़कों पर उतर आए हैं। दिल्ली भाजपा सिख प्रकोष्ठ ने शुक्रवार को 12, तुगलक लेन स्थित कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास और शिरोमणी अकाली दल (बादल) दिल्ली इकाई ने 24, अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर पित्रोदा और कांग्रेस के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
सिख प्रकोष्ठ के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जहां राहुल गांधी के आवास के बाहर उनका और सैम पित्रोदा का पुतला फूंक कर गुस्सा जाहिर किया तो वहीं कांग्रेस मुख्यालय के बाहर शिरोमणी अकाली दल और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के साथ 1984 कत्लेआम के पीड़ित परिवारों ने ‘कांग्रेस सिख विरोधी’, ‘आज भी कांग्रेस सिखों की दुश्मन’ जैसे स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर रोष व्यक्त किया। राहुल गांधी के आवास के बाहर प्रदर्शन करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री आरपी सिंह ने कहा कि सैम पित्रोदा का बयान कांग्रेस की सिखों के प्रति विचारधारा को उजागर करता है।
कांग्रेस ने 34 सालों में सिखों को न्याय दिलाने के लिए कुछ भी नहीं किया है। पित्रोदा के बयान ’84 हुआ तो क्या हुआ’ के बयान को आरपी सिंह ने एक घटिया मानसिकता का प्रतीक करार देते हुए राहुल गांधी को इसके लिए सिख कौम से माफी मांगने के लिए कहा है। दिल्ली भाजपा सिख प्रकोष्ठ के सह-संयोजक जसप्रीत सिंह माटा ने कहा कि पित्रोदा के बयान से फिर एक बार कांग्रेस का सिख विरोधी चेहरा दुनिया के सामने उजागर हो गया है। डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि 35 साल बाद भी कांग्रेस की सोच में उतना ही जहर और अहंकार है। कांग्रेस ने आज तक 1984 कत्लेआम के लिए माफी नहीं मांगी और आज भी कातिलों को गले लगाए बैठी है।