नई दिल्ली: नर्सरी दाखिले को लेकर स्कूल कितनी पारदर्शिता बरत रहे हैं और शिक्षा निदेशालय को दी गई सीटों की जानकारी सही है या नहीं, इसकी जांच अब खुद डीडीई करेंगे। सभी डिस्ट्रीक के डीडीई अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले स्कूलों में यह देखेंगे कि स्कूल द्वारा निदेशालय को दी गई जानकारी ठीक है या नहीं। यदि इसमें कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो डीडीई तुरंत उस स्कूल के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। दरअसल शिक्षा निदेशालय ने यह कहा है कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी स्कूल में नर्सरी, केजी या प्रथम कक्षा की सीटें पिछले वर्षों के मुकाबलें कम न हों।
इसके साथ ही उन्होंने सभी स्कूलों को निर्देश दिए थे कि वह 30 दिसंबर तक अपने स्कूलों की नर्सरी, केजी व प्रथम कक्षा की एंट्री लेवल क्लासेस की जानकारी शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर अपलोड करे और उसे अपने नोटिस बोर्ड के साथ-साथ हार्ड कॉपी के रूप में भी शिक्षा निदेशालय में जमा करवाएं। यदि कोई स्कूल 30 दिसंबर के बाद दाखिले की सीटों की जानकारी अपलोड करेगा तो उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके बाद सभी डिस्ट्रीक के डीडीई अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर सभी स्कूलों की जांच करेंगे और 10 जनवरी 2018 तक जांच की रिपोर्ट निदेशालय को सौंपेगें।
निदेशालय की वेबसाइट पर दी गई सीटों की जानकारी को हार्ड कॉपी से मिलाया जाएगा और उसके बाद स्कूल के सीटों से संबंधित दस्तावेजों को देखा जाएगा। यदि दस्तावेज ठीक पाये जाते हैं तो स्कूल को क्लीन चिट दे दी जाएगी और गड़बड़ी पाये जाने पर निदेशालय को सूचित करते हुए उस स्कूल के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। निदेशालय ने कहा कि यदि किसी अभिभावक को लगता है कि कोई स्कूल सीटों को लेकर कुछ गड़बड़ी कर रहे हैं तो वह शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर शिकायत कर सकते हैं।
तीसरे दिन कम रही अभिभावकों की संख्या… नर्सरी दाखिले को लेकर पहले दो दिन अभिभावकों में काफी उत्साह नजर आया था लेकिन तीसरे दिन अभिभावकों की संख्या में कमी पाई गई। दो दिन तक स्कूलों में अभिभावकों का आना-जाना लगा रहा लेकिन तीसरे दिन शुक्रवार होने के चलते फॉर्म लेने वालों की संख्या कम रही। इसके साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार से ही अभिभावकों की भीड़ स्कूलों में उमड़ेगी। अभिभावकों की कम संख्या का एक कारण दाखिला फॉर्म जमा करने की तारीख भी है। बता दें कि 17 जनवरी दाखिला फॉर्म जमा करवाने की अंतिम तारीख है।
द्वारका डीपीएस ने हटाई अपर ऐज लिमिट
एडमिशन नर्सरी डॉट कॉम के फाउंडर सुमित वोहरा ने बताया कि द्वारका के डीपीएस स्कूल ने अपर ऐज लिमिट को हटा दिया है जिससे अभिभावकों को काफी राहत मिली है। अपर ऐज लिमिट के चलते अभिभावकों को काफी परेशानी हो रही थी। शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को अपर ऐज लिमिट से राहत दी थी लेकिन स्कूलों ने अपनी मनमानी से ही ऐज लिमिट तय कर ली थी जिससे बच्चे और अभिभावक परेशान थे।
डीएवी स्कूल पूछ रहा आय, निर्देशों का उल्लंघन
सुमित वोहरा ने बताया कि द्वारका का डीएवी पब्लिक स्कूल निदेशालय और हाईकोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए अभी भी उनसे आय के बारे में पूछ रहे हैं। उनका कहना है कि स्कूलों के पास कोई अधिकार नहीं है कि वह अभिभावकों की आय पूछें। इसके साथ ही सचेदवा पब्लिक स्कूल भी अपने दाखिला फॉर्म में जाति के बारे में जानकारी मांग रहा है।
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– सिमरनजीत सिंह