'सेव जेएनयू' मार्चः छात्रों और शिक्षक पर लाठीचार्ज - Punjab Kesari
Girl in a jacket

‘सेव जेएनयू’ मार्चः छात्रों और शिक्षक पर लाठीचार्ज

NULL

दक्षिणी दिल्ली : जेएनयू के छात्र और शिक्षक ‘सेव जेएनयू’ के नारों के साथ शुक्रवार दोपहर पर सड़कों पर उतरे। छात्र जेएनयू से संसद तक मार्च कर रहे थे। यह मार्च जेएनयू छात्रसंघ और शिक्षकसंघ की आगुवाई में निकाला गया। इस मार्च में हजारों की संख्या में जेएनयू छात्र, शिक्षक, कई महिला संगठन और आम नागरिक शामिल हुए। मार्च दोपहर के समय जेएनयू से संसद जाने के लिए निकला, वहीं इस दौरान पुलिस ने इस मार्च को संजय झील के पास बैरिकेड लगाकर सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रोक लिया। लेकिन छात्र लगातार बैरिकेड क्रॉस करके संसद जाने का प्रयास करते रहे। इस दौरान उग्र होते देख छात्रों पर पुलिस वाटर कैनन का प्रयोग और लाठीचार्ज किया। पुलिस की कार्रवाई के दौरान दर्जन भर से अधिक छात्रों और शिक्षकों को गंभीर चोटें भी आई।

वहीं प्रदर्शन कॉवर कर रहे मीडिया कर्मियों पर भी पुलिस ने बल प्रयोग किया। इसके अलावा फोटोग्राफर का कैमरे भी घंटों तक नहीं दिया। प्रदर्शन की वजह से संजय झील के आस पास इलाकों में जाम लगा रहा है। शाम के समय लोगों को ज्यादा परेशानी हुई। आरकेपुरम, लक्ष्मी बाई पार्क, आईएनए आदि सड़कों पर घंटों तक लोग जाम से परेशान रहे। जेएनयू के छात्र यौन उत्पीड़न, हाजिरी अनिवार्य, जीएसकैश सीट कटौती समेत कई मुद्दों के लेकर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी के चलते। संसद तक मार्च कर रहे थे इस दौरान छात्रों ने दिल्ली, जेएनयू प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पैदल मार्च के दौरान छात्रों पर पुलिस वाटर कैनन, लाठीचार्ज का जमकर प्रयोग किया। प्रदर्शन कर रहे जेएनयू छात्र संघ संयुक्त सचि​व शुभांशु सिंह ​सहित करीब 22 छात्रों को पुलिस ने ​हिरासत ​में ले लिया।

वहीं छात्रों के इस मार्च में हरियाण कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर भी शमिल हुए। खबर लिखे जाने तक छात्रों का जेएनयू प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन जारी रहा। वहीं इस मार्च को लेकर जेएनयू छात्रसंघ के संयुक्त ​सचिव शु​भांशु सिंह ने बताया कि हम अपनी मांगों को लेकर शांति पूर्वक मार्च निकाल रहे थे। लेकिन दिल्ली पुलिस छात्रों को संजय झील, आईएनए के आगे नहीं बढ़ने नहीं दिया। जबकि इस दौरान पुलिस ने छात्र, शिक्षक और पत्रकारों पर बल प्रयोग किया जो कि अमानवीय है। सिंह ने बताया कि पुलिस की इस पूरी कार्रवाई के दौरान कई छात्र और पत्रकार गंभीर चोट आईं है। शुभांशु सिंह ने बताया कि छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया। उन्होंने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई के बाद भी जब छात्र नहीं रूक रहे थे। उस दौरान पुलिस ने छात्र और शिक्षक पर लाठी चार्ज की।

एसएचओ पर महिला पत्रकार से छेड़छाड़ का आरोप
दिल्ली की सुरक्षा करने वाली पुलिस के एसएचओ के खिलाफ सरेराह महिला पत्रकार से बदसलूकी का आरोप लगा है। महिला पत्रकार जेएनयू का विरोध प्रदर्शन कवर करने गई थी, जहां दिल्ली कैंट थाने के एसएचओ ने कथित तौर पर पत्रकार के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकत थी। पत्रकार ने इस बाबत पुलिस उपायुक्त को शिकायत दी है। पुलिस उपायुक्त मिलिंद डुंबरे ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस को शिकायत मिली है और दिल्ली पुलिस की सतर्कता शाखा मामले की जांच कर रही है।

वहीं सोशल मीडिया पर जारी हुए एक वीडियो में करीब आधा दर्जन महिला पुलिसकर्मी अकेली महिला पत्रकार से उसका कैमरा छीनने की कोशिश कर रही थी, जिस दौरान एक महिला आईपीएस अधिकारी भी घटनास्थल पर देखी गई। इस 19 सेकेंड के वीडियो में पत्रकार को बुरी तरह घसीटा और खींचा जा रहा था।

अधिक लेटेस्ट खबरों के लिए यहाँ क्लिक  करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।