बैंकों से 3700 करोड़ के घोटालेबाज और पेन बनाने वाली प्रमुख कंपनी रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी और उसके बेटे राहुल कोठारी को आज अदालत में पेश किया और उन्हें लखनऊ ले जाने के लिए ट्रांजिट रिमांड की मांग की। यह गिरफ्तारी 3,695 करोड़ रुपये के लोन फ्रॉड मामले में हुई है। दोनों अतिरिक्त मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के सामने पेश किए गए। उन्हें ऋण भुगतान के कथित उल्लंघन को लेकर कल सीबीआई ने गिरफ्तार किया गया था। दोनों को शनिवार को लखनऊ में पेश किया जाएगा।
बचाव पक्ष के वकील प्रमोद कुमार दुबे ने अदालत के क्षेत्राधिकार पर प्रश्न खड़ा किया और कहा कि आरोपी मजिस्ट्रेट अदालत में नहीं बल्कि सत्र अदालत में पेश किये जाएं। अदालत ने आज दिन में बाद के समय के लिए अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। सीबीआई की FIR के अनुसार सात बैंकों के एक समूह ने रॉटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड को 2008 के बाद से 2,919 करोड़ रुपये का ऋण दिया था।
यह राशि भुगतान संबंधी बार-बार उल्लंघन के कारण ब्याज समेत 3,695 करोड़ रुपये हो गयी है। बैंक ऑफ बड़ोदा की शिकायत पर सीबीआई ने कार्रवाई की है। बैंक ऑफ बड़ोदा ने नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी की तरह कोठारी के भी विदेश भाग जाने की आशंका से सीबीआई से संपर्क किया था। सीबीआई ने विक्रम, उनकी पत्नी साधना, पुत्र राहुल और अज्ञात बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
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