केन्द्रीय वित्तमंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश किये गये बजट में कई खामियां निकालने के बाद अब दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने मेट्रो फेज-4 के लिए बजट एलोकेट न करने के मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। और इस मुद्दे को संसद के दोनों सदनों और दिल्ली विधानसभा में उठाने की बात कही है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा लंबे समय से दिल्ली सरकार पर मेट्रो के काम में रुकावट पैदा करने का आरोप लगाती रही है। लेकिन जब हमने मेट्रो फेज-4 की गहराई से जांच-पड़ताल की तो पता चला कि उसमें 10 हजार करोड़ का अतरिक्त खर्च आ रहा था जो हमने कम किया। लेकिन जब शुक्रवार को सदन के पटल पर बजट रखा गया तो यह देखकर बड़ा ही दुख हुआ कि मेट्रो फेज-4 के लिए कोई भी बजट एलोकेट नहीं किया गया। जबकि मेट्रो फेज-4 के लिए पैसों की सख्त जरुरत है।
केन्द्र सरकार के इस पक्षपात पूर्ण रवैया का दिल्ली सरकार पुरजोर तरीके से विरोध करती है। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे और उनकी पार्टी के सांसद इसे लोकसभा तथा राज्यसभा में पुरजोर तरीके से उठाएंगे। हम दिल्ली की जनता तक केन्द्र की इस नकारात्मक रणनीति को पहुंचाने का काम करेंगे। वहीं सिसोदिया ने यह भी कहा कि मेट्रो के संबंध में उनकी कई केन्द्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात हुई है। इस दौरान दिल्ली सरकार ने मेट्रो में हो रहे घाटे पर आपत्ति जताई।
केन्द्र का कहना है कि अगर फायदा होगा तो दिल्ली और केन्द्र आधा-आधा लेंगे और अगर घटा होगा तो दिल्ली सरकार सारा घाटा अकेले वहन करे। इसीलिए मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहता हूं कि मेट्रो का कंट्रोल आप रखो, किराया आप बढ़ाओ, दादागिरी से इसे अपने तरीके से चलाओगे, फायदे का 50 प्रतिशत आप रखोगे तो सारा घाटा दिल्ली सरकार क्यों वहन करे? इसीलिए केंद्र सरकार बताए कि वह दिल्ली की जनता के साथ ये सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है? आम आदमी पार्टी हम इस सौतेले व्यवहार का पुरजोर तरीके से विरोध करती है।