नई दिल्ली : दिल्ली के बुजुर्गों को दक्षिण भारत के तीर्थस्थल काफी भा रहे हैं। शायद यही कारण है कि रामेश्वरम के लिए आवेदन खुलते ही 10 दिनों में दोगुने के करीब आवेदन आ चुके हैं। महज 10 दिनों में 1750 बुजुर्गों ने रामेश्वरम के लिए दिलचस्पी दिखाते हुए आवेदन किए हैं। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार जल्द ही रामेश्वरम के लिए तीर्थयात्रियों का जत्था वाली ट्रेन रवाना करेगी।
दिल्ली तीर्थ यात्रा विकास समिति के अध्यक्ष कमल बंसल ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुजुर्गों की मांग को देखते हुए तिरुपति, रामेश्वरम, जगन्नाथ पुरी समेत सात तीर्थस्थलों पर बुजुर्गों को ले जाने के निर्देश दिए थे और कैबिनेट की मंजूरी के बाद इस योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। इसके तहत दक्षिण भारत के लिए आवेदन खोल दिए गए हैं। आवेदन खोले 10 दिन हुए हैं। इस दौरान केवल ‘रामेश्वरम’ के लिए करीब 1075 आवेदन अब तक आ चुके हैं। बंसल ने बताया कि ये देखते हुए दो ट्रेन लगातार खोलने की योजना बनाई जा रही है।
क्या है योजना का उद्देश्य…
मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत दिल्ली के बुजुर्गों को देश भर के 12 तीर्थ स्थलों तक घुमाना इस तीर्थ योजना का उद्देश्य है। दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों से हर साल 77,000 बुजुर्गों को फ्री तीर्थ यात्रा योजना का लाभ उठा सकते हैं। फिलहाल यह यात्रा वातानुकूलित ट्रेन पर करवाई जा रही है। इस यात्रा पर आने वाले खर्च के साथ बुजुर्गों के रहने, नाश्ता समेत दोपहर व रात के खाने का खर्च भी दिल्ली सरकार उठाती है।