राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने संजय सिंह को सदन से निलंबित कर दिया है. यह सही नहीं है, यह लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है. यह राघव चड्ढा का बयान है। आपको बता दें राज्यसभा से पूरे मानसून सत्र के लिए आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के निलंबन पर सौरभ भारद्वाज के बाद अब सांसद राघव चड्ढा ने नाराज़गी जताई है।
सभापति को सांसदों से बात करनी चाहिए- राघव चड्ढा
सदन स्थगित होने के बाद हम सभापति के पास गए और उनसे इस निलंबन को रद्द करने का अनुरोध राघव चड्ढा ने किया। यहां तक कि बीएसी की बैठक के दौरान भी हम सभी बाहर चले गए, क्योंकि हमारी बात बिल्कुल नहीं सुनी जा रही थी। सभापति को सांसदों से बात करनी चाहिए और स्वस्थ चर्चा करनी चाहिए।
निलंबन के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया गया
दरअसल दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी अपनी त्वरित प्रतिक्रिया में संजय सिंह के निलंबन के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था। उन्होंने कहा कि अब इस मसले में हमारी लीगल टीम आगे अदालत का रुख करेगी। दरअसल, मणिपुर हिंसा को लेकर देश भर में राजनीति चरम पर है। लोकसभा और राज्यसभा में मणिपुर में कूकूी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मसले पर लगातार हंगामा जारी है।
विपक्ष ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
सोमवार को इसी मसले पर संजय के उग्र तेवर और हंगामे के बीच सभापति ने उन्हें पूरे मानसून सत्र के लिए सत्र से निलंबित कर दिया । इसके बाद उन्होंने राज्यसभा को दो बजे तक के लिए स्थगित भी कर दिया । विपक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार पर मणिपुर में हिंसक हालात पर काबू करने में विफल रहने का आरोप भी लागया है।