केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने ने ‘टूलकिट’ दस्तावेज मामले में गिरफ्तार जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को तत्काल रिहा करने की मांग की। दिशा रवि को शनिवार को दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोप लगाया है कि दिशा रवि ने दो अन्य संदिग्धों- मुंबई की वकील निकिता जैकब और पुणे निवासी इंजीनियर शांतनु- के साथ मिलकर किसानों के विरोध प्रदर्शनों से संबंधित ‘‘टूलकिट’’ बनायी और भारत की छवि खराब करने के लिए उसे सोशल मीडिया पर साझा किया।
एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘हम किसान आंदोलन को कमजोर करने के प्रयासों के तहत सरकार द्वारा पुलिस की ताकत के खुल्लमखुला दुरुपयोग को लेकर बहुत चिंतित एवं दुखी हैं। हम उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना युवा जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किए जाने की आलोचना करते हैं। एसकेएम बिना शर्त उनकी तत्काल रिहाई की मांग करते हैं।’’
पुलिस ने सोमवार को कहा कि दिशा की गिरफ्तारी के समय ‘‘सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया’’। एसकेएम ने दिशा की रिहाई की रविवार को भी मांग की थी। किसानों के प्रदर्शनों को समर्थन देते हुए जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने यह ‘टूलकिट’ साझा की थी। ‘टूलकिट’ में ट्विटर के जरिये किसी अभियान को ट्रेंड कराने से संबंधित दिशानिर्देश तथा सामग्री होती है।
इस बीच, एसकेएम ने अपने सभी घटकों से स्वतंत्रता से पूर्व पंजाब प्रांत के प्रमुख राजनीतिज्ञ रहे सर छोटू राम के किसानों के हितों में योगदान को याद करने के लिए मंगलवार को सभाएं आयोजित करने की अपील की।