राजधानी दिल्ली में धार्मिक स्थल ढहाने पर सियासत काफी तेज हो गई है। बता दें कि एक बार फिर भजनपुरा इलाके में अवैध मंदिर और दरगाह हटाए जाने के बाद बवाल हो गया है।इसी बीच आम आदमी पार्टी के नेता और केजरीवाल सरकार की मंत्री आतिशी मर्लेना की प्रतिक्रिया सामने आई है।आतिशी ने ट्वीट कर कहा, ‘LG साहब, मैंने कुछ दिनों पहले आपसे पत्र लिख कर अनुरोध किया था कि दिल्ली में मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने का जो आपका निर्णय, वो आप वापस ले लें। परंतु आज फिर से आपके आदेश पर भजनपुरा में एक मंदिर तोड़ दिया गया है। मेरा आपसे पुनः निवेदन है की दिल्ली में मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों को ना तोड़ा जाए। इन से लोगों की आस्था जुड़ी है।’
धार्मिक स्थलों को तोड़ने का अपना निर्णय वापस लें- आतिशी
साथ ही आतिशी ने 22 जून को अपने द्वारा उपराज्यपाल को लिखे गए पुराने खत की तस्वीर भी ट्वीट की है। इस खत में लिखा गया है कि मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों के साथ जनता की आस्था जुड़ी होती है। इसलिए मेरा आपसे आग्रह है कि आप 11 मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने का अपना निर्णय वापस लें ताकि Delhi के लोगों की धार्मिक आस्था आहत न हो।
सहारनपुर हाईवे को चौड़ा करने के लिए यह कार्रवाई की गई
दरअसल, PWD ने आज सुबह भजनपुरा चौक इलाके के पास बने दो धार्मिक निर्माणों पर बुलडोजर चलाया। इसमें एक मस्जिद औऱ दरगाह शामिल है। यहां सड़क चौड़ीकरण की योजना है और इसी योजना के तहत यह बुलडोजर कार्रवाई की गई है। धार्मिक निर्माणों को गिराए जाने के वक्त वहां काफी संख्या सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।अधिकारियों नेे कहा कि सहारनपुर हाईवे को चौड़ा करने के लिए यह कार्रवाई की गई है। यह फैसला दिल्ली की धार्मिक कमेटी ने लिया था।
शनि मंदिर के बाहर बने अवैध निर्माण पर कार्रवाई की थी
इस फैसले के तहत एक हनुमान मंदिर और एक मजार को हटाने का निर्णय लिया गया था ताकि सहारनपुर हाईवे के लिए सड़क को चौड़ा किया जा सके। डीसीपी नॉर्थईस्ट, जॉय एन तिर्की ने कहा कि दोनों ही निर्माणों को शांति पूर्वक हटा दिया गया है। हालांकि, इस मामले पर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने एलजी को घेरा है और उनसे आगे धार्मिक निर्माणों को नहीं हटाने की अपील की है। याद दिला दें कि पिछले हफ्ते एमसीडी ने मंडावली इलाके में शनि मंदिर के बाहर बने अवैध निर्माण पर कार्रवाई की थी।