दक्षिणी दिल्ली : शनिवार रात को द्वारका जिले की स्पेशल स्टाॅफ की टीम ने जब तीन कुख्यात बदमाशों को दबोचा तो इस बात का खुलासा हुआ कि तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात अपराधी अंदर से बाबा हरिदास नगर इलाके में वसूली का धंधा चला रहे हैं। अपने गुर्गों के जरिए कारोबारियों को जान से मारने की धमकी देकर बड़े पैमाने पर पैसों की उगाही की जा रही है।
आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त अंटो अल्फोंस ने आरोपियों की पहचान विक्की यादव, आकाश और टिंकू उर्फ चोर के तौर पर की गई है, जो जेल में बंद कुख्यात अपराधी दीपक धनखड़ के इशारे पर व्यापारियों को जाने से मारने की धमकी देकर और फायरिंग करवाकर उनसे लाखों की वसूली करते थे।
बाबा हरिदास नगर में चला रहे थे वसूली का रैकेट…
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गत जून माह में बाबा हरिदास नगर थाना इलाके में एक कारोबारी से आरोपियों ने 35 लाख रुपए की मांग की थी और नहीं देने पर उनके घर और ऑफिस के बाहर फायरिंग कर दी थी। इसके साथ ही ऐसी ही एक अन्य शिकायत भी पुलिस को मिली थी।
इसे गंभीरता से लेते हुए एसीपी राजेन्द्र सिंह की निगरानी में स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर नवीन कुमार के नेतृत्व वाली एसआई रंजीव त्यागी, एएसआई उमेश, बिजेन्द्र, हेड कांस्टेबल सुमित, कुलभूषण, कांस्टेबल संदीप व अन्य लोगों की पुलिस टीम ने जांच शुरू की और पता लगाया कि नंदू गैंग के लिए काम करने वाला विक्की नामक युवक अपने गिरोह के साथ रंगदारी वसूलने का धंधा कर रहा है। तकनीकी सर्विलांस की मदद उसकी तलाश शुरू की गई और शनिवार को विक्की को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर उसने अपने साथियों आकाश और टिंकू के साथ फायरिंग कर दी।
एक गोली कांस्टेबल कुलभूषण के बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई विक्की घायल हो गया और फिर तीनों को पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे जेल में बंद दीपक धनखड़ के लिए काम करते हैं। अबतक वे एक दर्जन से ज्यादा व्यापारियों से लाखों की वसूली कर चूके हैं।