पीएम मोदी आज झारखंड की राजधानी रांची में जन आरोग्य योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को सालाना पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराया जाएगा। इस योजना से दस करोड़ से अधिक परिवार लाभान्वित होंगे। प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि सिर्फ देश में ही नहीं दुनिया ने भी भारत की इस योजना की सराहना करते हुए पीएम मोदी की तारीफ की है। जेपी नड्डा ने कहा कि इस योजना में किसी भी तरह के पंजीकरण की जरूरत नहीं है।यह पूरी तरह से आईटी पर आधारित कार्यक्रम है जिसमें लाभार्थियों को गोल्ड कार्ड मिलेगा। जिससे वो किसी भी अस्पताल में मुफ्त में इलाज करा सकेगा। देश के अंतिम व्यक्ति को इसका लाभ पहुंचें ऐसा प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य है। पीएम मोदी यहां दो मेडिकल कालेजों एवं दस वेलनेस केन्द्रों का भी उद्घाटन तथा शिलान्यास करेंगे। बाद में प्रधानमंत्री सिक्किम के लिए रवाना हो जाएंगे।
इस योजना के संचालन के लिए अस्पतालों का एक पैनल बनाया है जिसमें लाभार्थियों को नकदीरहित और कागज से मुक्त उपचार सुविधा मिलेगी। कुल 1,350 किस्म की बीमारियों का उपचार, जांच और शल्य क्रियाएं शामिल की गई हैं। योजना के लाभार्थी अपने राज्य में ही नहीं दूसरे राज्यों में भी यह सुविधा हासिल कर सकेंगे। इस योजना से 10.74 करोड़ गरीब परिवार लाभान्वित होंगे। इन परिवारों के लोग द्वितीयक और तृतीयक श्रेणी के तहत पैनल के अस्पतालों में जरूरत के हिसाब से भर्ती हो सकते हैं।
हालांकि इस योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान कर दिया गया है। इससे पहले इस योजना का 22 राज्यों के 1,280 चुनिंदा अस्पतालों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। योजना के तहत अब तक 15,686 अस्पतालों ने पैनल में शामिल होने के लिए आवेदन किया है। इसमें सरकारी और निजी दोनों तरह के अस्पताल शामिल हैं। इस प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। लाभार्थियों की मदद के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य मित्रों की तैनाती होगी। इन्हें कौशल विकास मंत्रालय द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अब तक 3,519 को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इन्हें विभिन्न स्तरों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना पर 27 राज्य, केंद्र शासित प्रदेश सहमत – नीति आयोग
पैनल में शामिल हर अस्पताल में एक आरोग्य मित्र की तैनाती होगी। जन आरोग्य योजना में शामिल लोगों की सूची पहले ही सार्वजनिक की जा चुकी है। लाभार्थी को अपना पहचान पत्र लेकर आना है। नेशनल हेल्थ एजेंसी द्वारा तैयार पोर्टल पर लाभार्थियों का ब्योरा है। अस्पताल जाने पर उसे वेबसाइट में नाम की पुष्टि करानी है और इलाज शुरू हो जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गई है। शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे। इसके अलावा जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसके लाभार्थी भी इस नयी योजना के अंतर्गत आएंगे।
ये नवजात बच्ची बनी ‘आयुष्मान भारत’ योजना की पहली लाभार्थी, सरकार उठा रही है पूरा खर्च
इस योजना के मुख्य सूत्रधार नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री आज जन आरोग्य योजना का शुभारंभ करेंगे लेकिन यह प्रभावी तौर पर 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती से लागू होगी। ’’इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ यूपी और बिहार की जनता को मिलेगा। अनुमान के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 1.18 करोड़ और बिहार में 1.09 करोड़ लोग इस योजना का लाभ उठाएंगे। प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री भी अपने चुनाव क्षेत्र में इस योजना की शुरुआत करेंगे। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर, नीतीश कुमार पटना, पीयूष गोयल गुरुग्राम और नीतिन गडकरी नागपुर में इस योजना को हरी झंडी दिखाएंगे।