नई दिल्ली : गर्मी में पारा बढ़ने के साथ पीक ऑवर व देर रात की मेट्रो सेवा में यात्री उसम से परेशान हो रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि बढ़ती भीड़ के साथ मेट्रो सुविधाओं का विस्तार नहीं किया जा रहा। यहीं नहीं रात के समय एसी भी बंद कर दिया जाता है। खासकर ब्लू लाइन, यलो लाइन व अन्य रूटों पर ऐसी समस्याएं देखने को मिल रही है।
इन रूटों पर पीक ऑवर के दौरान सीमा से अधिक भीड़ रहती है। वहीं रात के समय यात्रियों की संख्या कम होती है लेकिन बिजली बचाने के लिए सुविधाओं की कटौती की जा रही है। यात्रियों का कहना है कि सबसे ज्यादा समस्या सुरंग वाले क्षेत्रों में है। यहां से ट्रेन गुजरने के दौरान एसी काम न करने के कारण उमस की स्थिति बन जाती है।
इस संबंध में मंडी हाउस से उत्तम नगर पूर्व जाने वाले कुलभूषण ने बताया कि रात 11 बजे इस रूट पर एसी सही से काम नहीं करता। वह रोजाना इसी समय इस रूट से गुजरते हैं और हर रोज ऐसी समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। वहीं इस संबंध में दिल्ली मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी तक हमारे पास ऐसी कोई समस्या नहीं आई है। उन्होंने कहा कि रात के समय मेट्रो में यात्रियों की संख्या काफी कम होती है और हम जरूरत के आधार पर ही एसी व अन्य सुविधाओं को उपयोग करते हैं।
वायलेट व रेड लाइन पर खराब हुई मेट्रो
राजधानी में बढ़ते पारे के साथ दिल्ली मेट्रो में बढ़ रही समस्या यात्रियों के पसीने छुड़ा रही है। गुरुवार को तकनीकी खराबी के कारण वायलेट लाइन व रेड लाइन पर मेट्रो ने यात्रियों को रुलाया। यात्री की माने तो शाम करीब सात बजे वायलेट लाइन पर मेट्रो खराब हो गई। इस दौरान यात्री कश्मीरी गेट से राजा नाहर सिंह बल्लभगढ़ तक परेशान हुए। तकनीकी खराबी के कारण इस रूट मेट्रो करीब आधे घंटे तक कछुआ चाल चली। वहीं इसके कुछ देर बाद ही रेड लाइन पर मेट्रो में तकनीकी खराबी आ गई। तकनीकी खराबी के कारण इस रूट पर मेट्रो अटक अटक कर चली।
इस संबंध में यात्रियों ने बताया कि मेट्रो में आई समस्या के कारण लोगों को घंटों परेशान होना पड़ा। उन्होंने कहा कि शाम के समय पीक आवर के दौरान कश्मीरी गेट से राजा नाहर रूट पर काफी भीड़ रहती है। ऐसे में मेट्रो सेवा प्रभावित होने के कारण यह भीड़ और बढ़ गई जिस कारण बुजुर्ग और महिलाओं को खासा परेशान होना पड़ा। वहीं इस संबंध में दिल्ली मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण कुछ समस्या आई है जिसे कुछ समय बाद ही ठीक कर दिया गया।