दिल्ली के महरौली में हुए श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला पर सोमवार को जानलेवा हमला हुआ। बता दें FSL में पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आफताब के बाहर निकलने पर हवा में तलवार लहराते हुए और हाथ में हथौड़ा लेकर हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। जानकारी के मुताबिक जैसे ही आफताब को पुलिस वैन में बैठाकर जेल ले जाने के लिए रवाना हुई। इस दौरान पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने वैन को घेर लिया। जिसके बाद आफताब को बाहर निकालने और जान से मारने का प्रयास करने लगे। तभी सुरक्षा में तैनात जवान को मजबूरन पिस्टल निकालनी पड़ी। बता दें पुलिस ने हमलावरों को पीछे हटने के लिए चेतावनी दी और फायरिंग की चेतावनी भी दी। लेकिन उसके बाद भी हमलावर नहीं रुके। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए दो हमलावरों को पकड़ लिया। जबकि बाकी हमलावर फरार होने में कामयाब रहे। दिल्ली पुलिस ने बताया कि हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने रोहिणी कोर्ट के बाहर आफताब पर हमला करने की कोशिश की। इन कार्यकर्ताओं ने जो कुछ भी किया है। वह उनकी निजी भावना है। वहीं पकड़े गए हमलावर निगम गुजर ने बताया कि गुड़गाव से सभी 15 लोग आफतब के टुकड़े करने आए थे।हम सुबह 11 बजे से आफताब का इंतजार कर रहे थे। उसने हमारी बहन के 35 टुकड़े किए थे। तो हम उसके 70 टुकड़े कर देंगे।
आफताब पर हमले को लेकर पुलिस पर उठे सवाल
FSL के बाहर आफताब पर हुए हमले को लेकर लोकल पुलिस पर सवाल उठ रहे है। क्योंकि जिस वक्त आफताब को FSLले जाया गया इस दौरान वहां लोकल पुलिस मौजूद नहीं थी। बता दें कैदियों को कोर्ट से लाने ले जाने का जिम्मा दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन का होता है। वहीं डीसीपी थर्ड बटालियन ने इस मामले को लेकर बताया कि जेल वैन बेहद सुरक्षित होती है। इसके बावजूद भी दिल्ली पुलिसकर्मियों ने साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए आफताब की गाड़ी को बाहर निकाल लिया।
वहीं दिल्ली पुलिस ने बताया कि हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने रोहिणी कोर्ट के बाहर आफताब पर हमला करने की कोशिश की।