केरल में एक ऑडियो क्लिप को लेकर विवाद पैदा हो गया है जिसमें भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं से श्रद्धालुओं के रूप में सबरीमाला पहुंचने और परेशानी पैदा करने का अनुरोध किया गया है।
इस ऑडियो क्लिप को लेकर केरल के एक मंत्री ने भाजपा पर निशाना साधा। हालांकि भाजपा ने इस ऑडियो क्लिप से उसका कोई संबंध होने से इनकार किया है।
राज्य के देवास्वोम (धार्मिक ट्रस्ट) मंत्री कडकमपल्ली सुरेन्द्रन ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस ऑडियो क्लिप को चलाया और आरोप लगाया कि 10 – 50 वर्ष की उम्र वाली महिलाओं के प्रवेश के मुद्दे को लेकर संकट पैदा करने के लिए भगवान अयप्पा मंदिर में लोगों को संघटित करने की यह संघ ताकतों और भाजपा का प्रयास है।
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हालांकि भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख पी एस श्रीधरन पिल्लई ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया और कहा कि यदि यह साबित हो जाता है कि ऑडियो में आवाज उनकी पार्टी के किसी नेता या कार्यकर्ता की है तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
सुरेन्द्रन ने पिल्लई से यह स्पष्ट करने के लिए कहा है कि इस तरह के संदेश के पीछे इरादा क्या है और यह सबरीमला में परेशानी पैदा करने का एक प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सबरीमला मुद्दे पर दोहरा रवैया अपना रही है।
मंत्री पर जवाबी हमला करते हुए पिल्लई ने उन्हें यह साबित करने की चुनौती दी कि ऑडियो क्लिप में जो आवाज है वह भाजपा के किसी नेता या कार्यकर्ता की है।
बिना किसी का नाम लिये भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि आवाज गुजरात निवासी उस नेता के नेतृत्व वाले संगठन के एक स्थानीय नेता की है, जिन्होंने अपने हाल के भाषणों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा था। यह सीधे तौर पर प्रवीण तोगडिया के नेतृत्व वाले ‘अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद’ की ओर इशारा था।
उन्होंने कहा,‘‘यह व्यक्ति केरल में सत्तारूढ़ माकपा का एक नया दोस्त है। लेकिन मैं किसी संगठन या नेता का नाम लेकर उन्हें महान नहीं बनाना चाहता हूं।’