कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के सांसद बृहस्पतिवार को संसद भवन से विजय चौक तक ‘तिरंगा मार्च’ निकालेंगे। कांग्रेस के अलावा द्रविड़ मुनेत्र कषगम, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जैसे समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों और वाम दलों के सांसद 11.30 बजे मार्च शुरू करेंगे। मार्च के बाद, सदन में विभिन्न दलों के नेता ‘कॉन्स्टिट्यूशन क्लब’ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
खरगे ने विपक्ष एकजुटता के साथ कार्य करने पर कही बात
विपक्षी दलों ने संसद के बजट सत्र के दौरान समन्वय दिखाया है और 13 मार्च को इसके दूसरे चरण के शुरू होने के बाद से उन्होंने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, इस सत्र की समाप्ति के बाद विपक्षी सांसद तिरंगा मार्च निकालेंगे। उन्होंने कहा कि आगे भी विपक्षी दल एक साथ मिलकर काम करेंगे।
सत्र में कार्यवाही बाधित होने के लिए बीजेपी को ठहराया जिम्मेदार
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, यह तिरंगा मार्च संसद भवन से विजय चौक तक निकाला जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्र में कार्यवाही बाधित होने के लिए पूरी तरह से सत्ता पक्ष जिम्मेदार है। उल्लेखनीय है कि केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने तथा दो साल की सजा सुनाये जाने के मद्देनजर पिछले दिनों लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया।
विपक्ष और भाजपा अपनी- अपनी मांगों पर अड़े
गत 13 मार्च से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा एवं राज्यसभा में बार बार व्यवधान हुआ है। विपक्षी दल अडाणी समूह के मामले में जेपीसी गठित करने की मांग पर अड़े हुए हैं । दूसरी तरफ, सत्तापक्ष ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए एक बयान को लेकर उनसे माफी की मांग की है।