राज्यसभा में नियम 267 के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान की मांग को लेकर इंडिया गठबंधन के सदस्यों ने बुधवार को राज्यसभा से बहिर्गमन किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि नियम 176 के तहत मणिपुर हिंसा पर बहस 2.5 घंटे तक सीमित नहीं रहेगी। उन्होंने कहा, नियम 176 के तहत मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए कोई समय सीमा नहीं है।’ उन्होंने कहा कि पार्टियों को पूरा अधिकार होगा।
मणिपुर मुद्दे पर चर्चा को लेकर विपक्ष अड़े
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्होंने नियम 267 के तहत चर्चा के लिए नोटिस दिया है और अन्य विपक्षी सांसद भी अपनी मांग पर जोर दे रहे हैं। धनखड़ ने कहा कि उन्होंने विपक्ष के नेता को मंच दिया लेकिन अवसर का पूरी तरह से उपयोग नहीं किया गया। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अपनी मांग पर सरकार के रुख के खिलाफ बहिर्गमन किया, जिसे वे मानसून की शुरुआत से उठा रहे हैं। संसद का सत्र 20 जुलाई को कांग्रेस और 25 अन्य विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन बनाने के लिए हाथ मिलाया है।