दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कमज़ोर इमारतों के निर्माण के लिए नियमों का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों को कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए और शहर में ऐसी सभी इमारतों को अधिसूचित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ़ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “यह बहुत ही संवेदनशील मुद्दा है कि जिस तरह से सभी नियमों को ताक पर रखकर ऐसी कमजोर इमारतों का निर्माण किया जा रहा है, ऐसे निर्माण के लिए दोषी अधिकारियों को भी दंडित किया जाना चाहिए। इसमें शामिल ठेकेदार या बिल्डर को भी दंडित किया जाना चाहिए और पूरे शहर में ऐसी सभी इमारतों को अधिसूचित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। यह हम सभी के लिए बहुत दुखद है कि इस तरह की दुर्घटनाओं के कारण लोग मर रहे हैं…”
मुस्तफाबाद में इमारत गिरने की दर्दनाक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
राहत एवं बचाव कार्यों में DDMA, NDRF, DFS और अन्य एजेंसियाँ सतत रूप से जुटी हैं। सभी घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था…
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) April 19, 2025
इससे पहले मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी के मुस्तफाबाद में तड़के इमारत गिरने की घटना में चार लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। एक्स पर एक पोस्ट में, सीएम गुप्ता ने जोर देकर कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुस्तफाबाद में इमारत गिरने की दुखद घटना से मन बहुत दुखी है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। डीडीएमए, एनडीआरएफ, डीएफएस और अन्य एजेंसियां लगातार राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं।
सीएम रेखा गुप्ता ने एक्स पर लिखा, “सभी घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था की गई है। इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।” दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि यह घटना दुर्घटना नहीं बल्कि “आपराधिक अज्ञानता” थी। मिश्रा ने कहा कि दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें बचाव अभियान पर काम कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि अधिकारी और बिल्डर दोनों ही इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
मुस्तफाबाद में घटना स्थल का दौरा किया
मुख्यमंत्री @gupta_rekha जी सीधे राहत कार्यो को देख रहीं हैं
दिल्ली में मुस्तफाबाद , सीलमपुर , जाफराबाद , सीमापुरी , जामिया , पुरानी दिल्ली जैसे इलाकों में ऐसे अवैध निर्माणों की बाढ़ है
निगम के कमिश्नर को निर्देश दिया गया हैं कि आसपास की… pic.twitter.com/19C73GukAL
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) April 19, 2025
मीडिया से बात करते हुए मिश्रा ने कहा, “यह दुर्घटना नहीं बल्कि आपराधिक अनदेखी है। यह एक दर्दनाक घटना है। दिल्ली पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें रात से ही यहां काम कर रही हैं। चार लोगों की जान चली गई, 15 को बचा लिया गया है और मलबे में 10 और लोगों के फंसे होने की आशंका है। यह दुर्घटना नहीं बल्कि आपराधिक अनदेखी है। इसके लिए अधिकारी और बिल्डर दोनों ही जिम्मेदार हैं और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मुस्तफाबाद, सीलमपुर, पुरानी दिल्ली… और ऐसे इलाकों में अवैध निर्माण हुआ है।” मिश्रा ने यह भी कहा कि किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि आस-पास की कुछ इमारतों को खाली करा दिया गया है।
उन्होंने कहा, “हमने एमसीडी कमिश्नर को बुलाया है और हम सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी अधिकारी बख्शा न जाए। आस-पास की कुछ इमारतों को खाली करा दिया गया है…” सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मिश्रा ने एक पोस्ट में लिखा, “मुस्तफाबाद में घटनास्थल का दौरा किया। मुख्यमंत्री @gupta_rekhaji राहत कार्यों की सीधे निगरानी कर रही हैं। दिल्ली में मुस्तफाबाद, सीलमपुर, जाफराबाद, सीमापुरी, जामिया, पुरानी दिल्ली जैसे इलाकों में इस तरह के अवैध निर्माणों की भरमार है। निगम आयुक्त को आस-पास की असुरक्षित इमारतों को खाली कराने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।”