नई दिल्ली : भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की चुनाव प्रक्रिया को लेकर संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच पिछले कुछ समय से नाराजगी चल रही है। अब यह सोशल मीडिया पर भी दिखने लगी है। प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर के छात्र नेताओं ने एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।
उनका कहना है कि इस छात्र संगठन में पारदर्शिता नहीं है। सूत्रों की मानें तो बीते चार महीनों से एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद खाली है और राष्ट्रीय प्रभारी रुचि गुप्ता इसके चयन को लेकर सजग नहीं रहीं। इतना ही नहीं इसको लेकर बीते दिनों एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव व असम के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज हजारिका ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे गए ई-मेल में हजारिका ने रुचि गुप्ता पर तानाशाही रवैया बरतने और कार्यकर्ताओं से संवाद न करने की बात कही है।
वहीं आरोप है कि आनन-फानन में रुचि गुप्ता ने बिना किसी प्रोसेस व क्राइटेरिया के कुछ नेताओं को फोन कर दिल्ली बुला लिया। फिर बीस छात्र नेताओं की संगठन के जनरल सेक्रेटरी इंचार्ज वेणु गोपाल से मुलाकात करवाई। इनमें से पांच लोगों को शॉर्ट लिस्ट करने की भी बात सामने आई है।
नीरज कुंदन, सुरभि द्विवेदी, अजय छिकारा, देवोश्री बोरा और विनोद जाखड़ में से किसी एक को अध्यक्ष चुना जा सकता है। जबकि पूर्व में इसी पद के लिए बकायदा फॉर्म निकाला जाता रहा है। इस बारे में रुचि गुप्ता से संपर्क करने की कोशिश की गई पर उन्होंने फोन नहीं उठाया।
एनएसयूआई के सक्रिय नेताओं की अनदेखी…
नाराज छात्र नेताओं ने बताया कि रुचि गुप्ता ने सक्रिय छात्र नेताओं को दरकिनार कर उन नामों का चयन किया जो या तो पूर्व में एनएसयूआई के नेता रहे हैं या फिर एनएसयूआई में रहे ही नहीं। इनमें विनोद जाखड़ शामिल हैं जो राजस्थान छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीता भी। वहीं शिवराज मोरे, अंकित डेरा, वरदान यादव, विपिन वानखेड़े, करिश्मा ठाकुर आदि ऐसे नाम हैं जिन्होंने संगठन को मजबूत करने का काम किया है। आरोप है कि ऐसे कई नामों को रुचि ने दरकिनार किया है।
राहुल गांधी के निवास पर कर सकते हैं विरोध…
बताया जाता है कि सोमवार को रुचि गुप्ता के खिलाफ राहुल गांधी के निवास पर विरोध हो सकता है। इसी दिन राहुल गांधी एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का भी चयन कर सकते हैं। वहीं नाराज छात्र नेता राहुल गांधी से मिलकर रुचि गुप्ता के नेतृत्व में काम न करने की बात रख सकते हैं।
– मृत्युंजय राय