नई दिल्ली : आर्थिक तंगी झेल रहे नॉर्थ एमसीडी को इस साल प्रॉपर्टी टैक्स से अच्छी आय हुई है। नॉर्थ एमसीडी से मिली जानकारी के मुताबिक इस वर्ष प्रॉपर्टी टैक्स कलेक्शन में बकायदा 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके अलावा 41 हजार नए प्रॉपर्टी टैक्स पेयर्स ने भी इस साल टैक्स जमा कराया है। नॉर्थ एमसीडी ने आंकड़ा जारी कर बताया है कि इस साल 666 करोड़ रुपये बतौर प्रॉपर्टी टैक्स वसूला है। जोकि पिछले साल की तुलना में 111 करोड़ अधिक है।
वहीं, साउथ एमसीडी ने भी 800 करोड़ रुपये का प्रॉपटी टैक्स वसूला है। साउथ एमसीडी ने मुताबिक 800 करोड़ के लक्ष्य रखा गया था जिसे पूरा कर लिया गया है। नॉर्थ एमसीडी अडिश्नल कमिश्नर बीएम मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2004 से प्रॉपर्टी टैक्स बकायेदारों के लिए आम माफी योजना शुरू की गई थी। इसके तहत बकाया प्रॉपर्टी टैक्स पर सौ फीसद ब्याज और जुर्माने को माफ किया गया था। इस योजना के तहत निगम 156.85 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
वहीं पहली बार आम माफी योजना को ऑनलाइन भी उपलब्ध कराया गया था, जिससे घर बैठे लोगों ने दो करोड़ 70 लाख रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स जमा किया है। इसके अलावा सरकारी संपत्तियों से इस वर्ष 107.59 करोड़ रुपये का प्रॉपर्टी टैक्स प्राप्त हुआ है। प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने के लिए नॉर्थ एमसीडी एरिया के विभिन्न वार्डों में 900 कैंप लगाए थे। इनकी बकायदा समीक्षा भी की गई और साप्ताहिक बैठकें भी उनके स्तर पर आयोजित की गईं।
प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान न करने पर 944 प्रॉपर्टी और 1902 बैंक खाते कुर्क किए गए। यूपिक प्रणाली शुरू की गई थी। जनता के साथ व्यापक सहभागिताएं जागरूकता और शिकायत निवारण के परिणामस्वरूप ही संपत्ति कर की अधिक वसूली हो सकी। इसके अलावा नॉर्थ एमसीडी के ट्रांसफर ड्यूटी में भी इजाफा हुआ है। 2016-17 में ट्रांसफर ड्यूटी से 355 करोड़ रुपये मिले थे। जबकि 2017-18 में निगम को 391.68 करोड़ रुपये मिले। इस वित्तीय वर्ष में 31 दिसंबर 2018 तक निगम को 508.70 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।